बेंगलुरु भगदड़ का कौन है ज़िम्मेदार ?

बेंगलुरु में आरसीबी के आईपीएल 2025 विजय समारोह के दौरान भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। चौबीस घंटे से भी कम समय में, खुशी मायूसी में बदल गयी। मंगलवार रात को अहमदाबाद में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) ने अपना पहला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब जीता। इसके बाद बेंगलुरु और कर्नाटक के अन्य हिस्सों में खुशी की लहर दौड़ गयी और हुल्लड़ भरा जश्न शुरू हो गया लेकिन जल्दी ही इस दक्षिणी महानगर के ऊपर गम की मोटी चादर पसर गयी क्योंकि आरसीबी के गृह मैदान एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में और उसके आसपास भयानक भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गयी और 50 से ज्यादा जख्मी हो गये। क्रिकेट प्रेमियों के लिए पवित्र यह स्थल विजेता टीम के सम्मान में एक अभिनंदन कार्यक्रम की मेज़बानी कर रहा था जबकि भीतर घुसने को उतावले प्रशंसक ठसाठस अनियंत्रित भीड़ में बदल गये जिसमें कइयों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया। ऐसी भीड़ में मौत का मुख्य कारण चोट लगने के अलावा दम घुटना था। खेल अक्सर मैदान में उतरने वाले खिलाड़ी और उसे पूजने वाले प्रशंसक के बीच एक मजबूत समझौता होता है। यह भावनाएं जगाता है और आईपीएल के मामले में यह फ्रेंचाइजी और उसके विशाल दर्शक समूह के बीच एक रिश्ता निर्मित करता है। 
आरसीबी का हमेशा एक वफादार प्रशंसक वर्ग रहा है और आईपीएल जीत से लाखों की तादाद में समर्थकों को आकर्षित होना ही था, जो एम.जी. रोड, ब्रिगेड रोड, कब्बन रोड, क्वींस रोड और केएससी, क्लब हाउस लिंक रोड के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट की ओर उमड़ पड़े। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कबूल किया कि भीड़ अनुमान से ज्यादा थी हालांकि, भारी जुटान को एक ऐसे हादसे के लिए सफाई के रूप में पेश करना जिससे बचा जा सकता था, अस्वीकार्य है। बुधवार सुबह से ही विधान सौध (राज्य विधानसभा) के पास प्रशंसकों का जमावड़ा था। इसे देखते हुए अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण प्रोटोकॉल को सख्त करना चाहिए था। आरसीबी ने एलान किया था कि खुली-बस परेड निकाली जायेगी लेकिन पुलिस ने साफ किया कि ऐसा नहीं होगा। विधान सौध में जहां मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों का अभिनंदन किया, प्रवेश मना था, जिसे देखते हुए उन्मादी भीड़ विराट कोहली जैसे सितारों की झलक पाने के लिए स्टेडियम की ओर भागी। स्टेडियम के गेट जनता के लिए खोले जाने के बारे में अफवाहों और सिर्फ आमंत्रण पर प्रवेश को लेकर विरोधाभासी संदेशों ने संकट को गंभीर बना दिया। आयोजन स्थल भरा था, गेट बंद थे, लेकिन प्रशंसकों ने जबरन घुसने की कोशिश की। चाहे कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) की सुरक्षा हो या पुलिस कर्मी, तैनात कर्मचारियों की संख्या अपर्याप्त थी और एक जानलेवा क्लाइमेक्स होना ही था।
राज्य सरकार, आरसीबी प्रबंधन, केएससी और बीसीसीआई ने अपनी संवेदनाएं प्रकट की है, जबकि कुछ लोग उंगली उठाने में लगे हैं। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि बेंगलुरु पुलिस आयुक्त और ऐसे सभी अधिकारियों को, जिनके अधिकार क्षेत्र में स्टेडियम आता है, जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है। मामले की न्यायिक जांच भी होगी, हालांकि यह दुखद सच्चाई है कि प्रशंसक, जिनके बूते हर खेल का धंधा चलता है, प्रशासकों के लिए अंतिम प्राथमिकता होते हैं। इस पैमाने के किसी भी आयोजन के लिए स्पष्ट सूचना, प्रभावी पुलिस व्यवस्था और पर्याप्त समय रहते नोटिस ये सभी आवश्यक हैं, अन्यथा ऐसी त्रासदियां समय-समय पर होती रह सकती हैं। 
भगदड़ के मामले में भारतीय क्रिकेटर और आईपीएल 2025 की विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के सदस्य विराट कोहली के खिलाफ कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई। यह शिकायत वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एच.एम. वेंकटेश ने दर्ज कराई है। पुलिस ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा है कि शिकायत पर पहले से दर्ज मामले के तहत विचार किया जाएगा और चल रही जांच के दौरान इसकी जांच की जाएगी। चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। स्टेडियम के अंदर समारोह चल रहा था लेकिन स्टेडियम के बाहर भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गयी और 33  घायल हो गए। दावा किया जा रहा है कि एक सोशल वर्कर ने कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें विराट कोहली को इस मामले में मुख्य आरोपी बनाने की मांग की गई है। पुलिस ने शिकायत स्वीकार करते हुए बताया कि भगदड़ के सिलसिले में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है और उनके पत्र की जांच की जाएगी।
बेंगलुरु पुलिस ने आरसीबी के मार्केटिंग और रेवेन्यू हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार किया, जो केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुंबई के लिए उड़ान भरने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने किरण कुमार (वरिष्ठ इवेंट मैनेजर) और सुनील मैथ्यू (उपाध्यक्ष-व्यवसाय मामले) को भी गिरफ्तार किया, जो डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क के लिए काम कर रहे थे जो विजय समारोह की प्रभारी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है। निखिल सोसले पिछले दो वर्षों से आरसीबी के मार्केटिंग और रेवेन्यू हेड हैं। आईपीएल प्रतिबद्धताओं के अलावा, वह महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में आरसीबी के ब्रांड और व्यावसायिक प्रयासों का भी नेतृत्व करते हैं। वह मूल रूप से यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यूएसएल) के वर्तमान संचालक डियाजियो इंडिया द्वारा नियोजित थे, जो विजय माल्या के बाहर निकलने के बाद आरसीबी का मालिक हैं। निखिल सोसले ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड में जेम्स कुक विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। आरसीबी के मार्केटिंग और व्यावसायिक रणनीति के पक्ष में होने का मतलब है कि फ्रेंचाइजी के पहले आईपीएल खिताब का जश्न मनाने के लिए बस परेड और स्टेडियम में जश्न मनाने के आयोजन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही होगी। इसके साथ ही पुलिस और सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत में भी उनकी अहम भूमिका रही होगी। सोसले को आरसीबी के मैचों के दौरान टीवी पर भी अनगिनत बार देखा गया है और सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फ्रेंचाइजी की तस्वीरों में भी उन्हें कई बार देखा गया है। अब सवाल यह उठता है कि इस हादसे का वास्तव में कौन है जिम्मेदार?

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