गांव घुन्नस ड्रेन में जंगली घास के कारण लगभग 39 मवेशियों के मारे जाने की आशंका


*राहत कार्य में जुटे ग्रामीण और प्रशासनिक अधिकारी
तपा मंडी, 27 अगस्त (कुलतार सिंह तपा) अनुमान है कि निकटवर्ती गांव घुन्नस ड्रेन में पानी पीने उतरे करीब 39 मवेशियों की जंगली घास की चपेट में आने से मौत हो गई। जिससे गुज्जरों को इस घटना से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। मौके पर जाकर मिली जानकारी के अनुसार गुज्जर समुदाय से संबंधित शरीफ मोहम्मद पुत्र शाम अली और गामी पुत्र यूसुफ निवासी रायकोट ने बताया कि उन्होंने निकटवर्ती गांव खुड्डी में अस्थाई निवास बनाया हुआ है, जहां वे पिछले डेढ़-दो महीने से रह रहे हैं और प्रतिदिन घुन्नस ड्रेन के पास अपने मवेशियों को चराने आते हैं। आज दोपहर जब वे अपने मवेशियों, जिनमें कुछ दुधारू मवेशी, झोटिया और कटिया थे, जिनकी संख्या करीब 56 थी, को लेकर घुन्नस ड्रेन पर पहुंचे तो तेज गर्मी के कारण वे अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए ड्रेन पर ले गए। उस समय ड्रेन के कुछ हिस्सों में जंगली घास नहीं थी, केवल पानी ही पानी था। जब उनके मवेशी नाले में उतरे तो अचानक पीछे से पानी के बहाव के साथ भारी मात्रा में जंगली घास आ गई, जिसने मवेशियों को अपनी चपेट में ले लिया और मवेशी जंगली घास में उलझ गए, जैसे ही उन्हें पता चला कि वे जंगली घास में उलझ गए हैं, तो वे तुरंत गांव पहुंचे और गुरुद्वारा साहिब में घोषणा की। जिसके बाद सरपंच बेअंत सिंह बंती, पूरी पंचायत और गांववासी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे, उन्होंने बड़ी मुश्किल से लगभग 17 मवेशियों को जिंदा बाहर निकाला और बाकी मवेशी, जिनकी संख्या लगभग 39 बताई जाती है, नाले में डूब गए और उनकी मौत हो गई। जिससे उन्हें लगभग 25 से 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ। उधर, घटना का पता चलते ही एडीसी बरनाला सतवंत सिंह, एसडीएम मैडम बरनाला सोनम, डीएसपी तपा गुरबिंदर सिंह, तहसीलदार तपा ओंकार सिंह, थाना प्रमुख सब इंस्पेक्टर मैडम रेनू परोचा, पंचायत सचिव जसपिंदर सिंह और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। इस संबंध में जब हमने एडीसी सतवंत सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि प्रशासन ने मौके पर जेसीबी मशीनें व हाइड्रा मंगवाकर मवेशियों को निकालने का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है ताकि जल्द से जल्द मवेशियों को निकाला जा सके और मौके पर पशु चिकित्सकों की टीम भी उपलब्ध करवाई गई है। इस मौके पर उन्होंने गुज्जरों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। मौके पर एकत्रित हुए ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की कि संबंधित गुज्जरों को उचित मुआवजा दिया जाए। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण व कर्मचारी नाले में डूबे पशुओं को ढूंढने व बाहर निकालने में जुटे हुए थे।

#घुन्नस ड्रेन