SIR का खौफ, बॉर्डर इलाकों में सबसे ज्यादा


कोलकाता  , 7 नवंबर -  बांग्लादेश की सीमा से लगे बंगाल के अल्पसंख्यक बहुल ज़िलों में अब एक असामान्य चलन देखने को मिल रहा है। इस्लामी क़ानून के तहत अपनी कसमें पढ़ने वाले विवाहित मुस्लिम जोड़े, विशेष विवाह अधिनियम, 1954 की धारा 16 के तहत अपनी शादियों का पंजीकरण कराने के लिए तेज़ी से आगे आ रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2024 और अक्टूबर 2025 के बीच बंगाल में 1130 मुस्लिम जोड़ों ने विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन किया है। इनमें से आधे से ज़्यादा आवेदन (609) जुलाई और अक्टूबर के बीच किए गए थे, जब पड़ोसी राज्य बिहार में मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) चल रहा था।

बंगाल सरकार के अधिकारियों ने चार महीने की अवधि में हुई इस वृद्धि को SIR को लेकर बढ़ती चिंता से जोड़ा है। बंगाल विवाह महापंजीयक कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कई मुस्लिम जोड़े बंगाल में SIR के आगामी कार्यान्वयन को देखते हुए एक अतिरिक्त नागरिकता दस्तावेज़ हासिल करना चाहते थे।

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