प्रथम श्रेणी क्रिकेट के तेंदुलकरवसीम जाफर 

वसीम जाफर एक ऐसा क्रिकेटर है जिसके बारे में सोचे तो बहुत हैरानी होती है कि इस शख्स के साथ किस्मत ने कैसा खेल खेला है? जी, हां! वसीम जाफर घरेलू क्रिकेट के तेंदुलकर के रूप में जानें जाते हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगा दिया है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनका कॅरिअर एक औसत क्रिकेटर से भी कम अच्छा है। यह सच्चाई एक ऐसी विडंबना है कि पता ही नहीं चलता कि वसीम जाफर को बधाई दें या उसकी बदकिस्मती पर तरस खाएं। बहरहाल वसीम जाफर पिछले दिनों ईरानी ट्राफी मैच के दौरान फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 18,110 रन पूरे कर लिए हैं। इस रनों की संख्या का महत्व क्यों इसे इस बात से समझा जा सकता है कि पिछले लगभग 90 साल के भारतीय क्रिकेट में वसीम जाफर इस क्लब में शामिल होने वाले सिर्फ छठे भारतीय बल्लेबाज हैं। जाफर ने महज 242 मैचों में यह मुकाम हासिल किया है, जो न सिर्फ  एक बड़ी उपलब्धि है बल्कि इस बात की सूचक है कि वह औसत से कहीं बेहतर और खास बल्लेबाज है। आखिरकार जाफर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 50.44 रन प्रति पारी की औसत से रन बनाये हैं। उनके खाते में 53 शतक और 86 अर्धशतक शामिल हैं। उनका प्रथम श्रेणी मैचों में सर्वाधिक स्कोर 314 नाबाद है। जाफर की एक खूबी यह भी है कि वह 40 साल की उम्र में भी न केवल 24 साल के खिलाड़ी चुस्त दुरुस्त होकर खेल रहे हैं बल्कि जिस भी टीम के साथ जुड़ते हैं उसे घरेलू क्रिकेट में चैंपियन बना देते हैं। इस सीजन में उन्होंने विदर्भ की टीम को करीब-करीब अपने बल पर पहले रणजी चैंपियन बनाया और फिर ईरानी ट्राफी भी हासिल करवा दी। जिसमें उन्होंने 610 मिनट तक बैटिंग की।  ईरानी ट्राफी में 40 साल की उम्र में वसीम जाफर 250 से अधिक रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गये हैं। हालांकि वह तिहरा शतक नहीं लगा सके जिसकी बहुत उम्मीद थी, लेकिन पिछले दिनों उन्होंने 286 रन बनाकर न सिर्फ ईरानी ट्रॉफी में मुरली विजय के निजी रिकॉर्ड को तोड़ा बल्कि 40 साल की उम्र में इतना बड़ा स्कोर खड़ा करके दर्जनों दूसरे रिकॉर्ड भी तोड़ डाले। जाफर से पहले ईरानी ट्रॉफी के सबसे अधिक निजी स्कोर का रिकॉर्ड मुरली विजय के नाम था। जिन्होंने साल 2012 में 266 रनों की पारी खेली थी।
भारतीय बल्लेबाजों में जाफर से पहले सुनील गावस्कर (25,834), सचिन तेंदुलकर (25,396), राहुल द्रविड़ (23,794), वीवीएस लक्ष्मण (19,730) और विजय हज़ारे (18,740) ने ही 18000 रनों की बाउंड्री पार की है। जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट मैच भी खेले हैं जिनमें 1944 रन बनाए हैं।