फलों व सब्ज़ियों के छिलके  फैंकें नहीं, इस्तेमाल करें

 रसेदार, खट्टे फलों में मौजूद मोनोटरपिन्स एक ऐसा तेल है, जो संतरे और नींबू को एक खास किस्म की खुशबू देता है। यह हमें त्वचा, लिवर, फेफ ड़ों तथा पेट के कैंसर से बचाता है। लेकिन यह तेल केवल इन खट्टे और रसेदार फलों के छिलकों में ही पाया जाता है। 
संतरे का छिलका : संतरे की भीतरी सफेद सतह में हरपरीडिन नामक तत्व की मात्रा कम होती है लेकिन यह एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो कोलोस्ट्रोल घटाकर हमारे रक्त संचार को सामान्य बनाता है। संतरे के छिलके में एक ऐसा भूख बढ़ाने वाला तत्त्व होता है जिसे पेक्टिन कहा जाता है, जो रक्त में ब्लड शुगर को सामान्य बनाता है।  संतरे का जूस निकालते समय थोड़े छिलके पल्प के साथ पीस लेने चाहिए या इन्हें पानी में उबालकर इनका फायदा लिया जा सकता है। 
केले के छिलके- तनावग्रस्त होने पर केला खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन हम केले को छील कर ही खाते हैं और इसके छिलके को फेंक देते हैं।  केले के छिलके में मूड सही करने वाला तत्त्व सेरोटोनिन पाया जाता है, जिसकी छिलके में मात्रा ज्यादा होती है। डिप्रेशन की बड़ी वजह मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर का घटना होता है। केले के छिलके में लूटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो आंखों के रेटिना की कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में सहायक होता है। केले को छिलके के साथ भले न खा पायें, लेकिन  केले के छिलके को उबालकर सायं के समय सप्ताह में एक या दो दिन खाने की सलाह ज़रूर दी है। 
खरबूजे के छिलके - गमफल के दिनों में खरबूजे का पफला पल्प खाना बहुत अच्छा लगता है, लेकिन लोग इसके छिलके फेंक देते हैं।  इसके सफेद छिलके में सिट्रूललाइन, विटामिन ‘सी’ युक्त अमीनो एसिड होता है, इसके अलावा इसमें विटामिन ‘ए’, बीटा केरोटिन, लाइकोपिन और थायमाइन, रिबोफ्लेविन, नाइसिन, विटामिन बी-6, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटाशियम और जिंक होता है। तरबूज के छिलकों में भी कई एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। 
सेब के छिलके - सेब विटामिन ‘सी’ और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट का भंडार होता है। यह हमारी त्वचा और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है। सेब के छिलके में मौजूद पोलीफि नोल्स त्वचा के लिए उसके गूदे से भी ज्यादा फायदेमंद होते हैं। इसमें मौजूद फ ोटोकैमिकल्स का एक समूह मनुष्य में लिवर, ब्रेस्ट, कोलन में होने वाले कैंसर के खतरों को कम करता है। सेब को छिलके के साथ खाने के लिए इन्हें अच्छी तरह धोकर खाएं या आर्गेनिक फ्रूट खरीदें।
अंगूर, ब्लू बेरी, ब्लैक बेरी, अमरूद - इन्हें बिना छिले गूदे के साथ खाया जाता है। इनके छिलकों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, प्लास्मा, कोलोस्ट्रोल के स्तर को कम करते हैं। अमरूद के छिलके में एंथोसाइनिन जैसा एंटीऑक्सीडेंट्स होता है, जो इसके गूदे में नहीं मिलता, यह कैंसररोधी होने के साथ तंत्रिका तंत्र से संबंधित बीमारियों और एजिंग को रोकने में सहायक होता है। अमरूद को छिलके के साथ खाएं।
फलों की तरह ही आलू के छिलके में विटामिन सी, बी-6, पोटाशियम, मैग्नीशियम और कॉपर होता है। मूली को भी छिलके समेत खाएं। इसमें मौजूद इसोथियोसाइनेट्स जो इसे चरचरा बनाते हैं, यह एक एंटीऑक्सीडेंट है, इसलिए मूली को कच्चा खाएं या पकाकर, इसे छिलके समेत खाएं। मूली की भांति खीरे के छिलके में फाइबर, बीटाकेरोटिन जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए खीरे के छिलके को न उतारें।
कैसे खाएं - फलों को छिलकों समेत खाने के लिए ऐसे फल का चुनाव करें जो ताजा, आर्गेनिक और कटा न हो। जिस पर दाग धब्बे न हो। इसकी बाहरी परत को साफ  करने के लिए इसे अच्छी तरह धोएं और धोने के बाद 30 मिनट तक नमक के पानी में भिगोकर रखें। इसके बाद इसे फि र ठंडे पानी से धोयें ताकि इसकी त्वचा में मौजूद बैक्टीरिया के अंडे और लारवे साफ  हो जाएं तथा इसे सुखाकर साफ  कपड़े से पोंछकर खाएं।-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 
—राजकुमार ‘दिनकर’