बारीक चावल में निर्यातक धान के लिवाल

नई दिल्ली, 10 जून (एजैंसी) : धान 1121 एवं 1509 का स्टॉक यूपी, हरियाणा, पंजाब में बहुत ही कम बचा है। साठी 1509 धान उत्तराखंड के विलासपुर व गदरपुर लाइन में साठी आ रहा है, लेकिन उसमें 22 से 25 प्रतिशत नमी होने से राइस मिलें कम ले रही हैं, जिससे पुराने धान व चावल में 200/400 रुपए की चालू माह में तेजी लग रही है। यूपी से धुरी (पंजाब) पहुंच में 1121 धान एक बड़े निर्यातक ने 3600 रुपए में खरीदा है। इसके अलावा हरियाणा के तरावड़ी, कैथल, टोहाना लाइन से 6450 रुपए में सेला चावल की लिवाली बड़े निर्यातक करने लगे हैं। बढ़िया चावल 6550 रुपए में भी प्रचूर मात्रा में नहीं मिल रहा है। साठी धान गदरपुर एवं विलासपुर लाइन में 10-15 हजार बोरी आने की चर्चा मिल रही है, जो 22-25 प्रतिशत नमी वाला धान आ रहा है। वहां 2300/2500 रुपए में व्यापार हो रहा है। इसका मिलिंग पड़ता काफी महंगा पड़ रहा है, जिससे पुराने धान की लिवाली राइस मिल वालों के साथ-साथ निर्यातक भी यूपी-हरियाणा में करने लगे हैं। अंदर का धान तरावड़ी-कैथल लाइन में 3600/3700 रुपए तक बिक गया है। इससे सेला बनाने पर 6700/6800 रुपए का पड़ता आ रहा है, जबकि बढ़िया माल 6550 रुपए से ऊपर नहीं बिका है। इन हालातों को देखते हुए वर्तमान भाव में धान 200 रुपए एवं सेला चावल 400 रुपए और बढ़ सकता है।