जम्मू को देश से जोड़ने वाले चक्की पुल को खतरा

चंडीगढ़, 27 जुलाई (वार्ता) : हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी वर्षा के कारण चक्की नदी के पास हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू  को जोड़ने वाले रेलवे पुल के समीप कल सत्तर मीटर रोड़ के बह जाने से रेलवे पुल को खतरा पैदा हो गया है तथा हरियाणा में यमुना नदी तथा अन्य बरसाती नदियां उफान पर होने से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। मौसम केन्द्र के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान क्षेत्र में अनेक स्थानों पर बारिश होने तथा कहीं कहीं भारी वर्षा की संभावना है। रावी, ब्यास और सतलुज, यमुना, पथराला तथा सोम नदी के उफान पर होने के मद्देनज़र आसपास के इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सलाह दी है। यमुनानगर प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया। हथनीकुंड बैराज से कल एक लाख अधिक क्यूसेक पानी छोड़ा गया तथा आज भी एक लाख ग्यारह हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे दिल्ली तक के निचले इलाकों को खाली करा लिया। कई स्थानों पर बाढ़ का पानी भर गया है जिससे लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही हैं। हिमाचल में भारी वर्षा से पंजाब तथा हरियाणा के बरसाती नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। बाढ़ का पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण हथनीकुंड बैराज के सभी गेट खोल दिये जिससे कई बिजली परियोजनाओं पर उत्पादन बंद हो गया। पठानकोट से प्राप्त जानकारी के अनुसार हिमाचल में भारी वर्षा से चक्की नदी में जलस्तर बढ़ने से एयरपोर्ट को जाने वाली रोड का कुछ हिस्सा बह गया। इस रोड को करीब पांच माह पहले एक करोड़ 70 लाख की लागत से बनवाया था। नदी पर बने रेलवे पुल को भी खतरा बढ़ता जा रहा है तथा इसके पास बने सैनिक अस्पताल की दीवार को भी खतरा बढ़ गया है। पुल के नीचे की ज़मीन धंसनी शुरू हो गई है। खनन करने वालों ने सौ-सौ मीटर तक गड्ढे कर रखे हैं उनके कारण भी स्थिति खराब होती जा रही है। पंजाब तथा हरियाणा में भी पिछले 24 घंटों में हल्की से भारी वर्षा हुई। करनाल 32 मिमी,अमृतसर 41 मिमी, दिल्ली 45 मिमी, अंबाला 58 मिमी सहित कई स्थानों पर हल्की वर्षा हुई तथा कल तक अनेक स्थानों पर वर्षा के आसार हैं। क्षेत्र में बादल छाये रहे तथा चंडीगढ़ सहित इसके आसपास हल्की बारिश हुई जिससे मौसम ठंडा रहा।