जी.एस.टी. के बारे अब ट्विटर पर नहीं मिलेगी जानकारी


जालन्धर, 28 अगस्त (शिव शर्मा) : जी.एस.टी. लागू होने के एक वर्ष पूरा होने के बाद केन्द्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा चलाए जाते ट्विटर पर इस बारे में खाता बंद कर दिया गया है। जी.एस.टी. जानकारी देने वाले ट्विटर पर खाता बंद होने का बेशक कोई कारण नहीं बताया गया है परन्तु एक जानकारी के अनुसार सरकारी सूत्र यह तर्क दे रहे हैं कि जी.एस.टी. लागू हुए, को एक वर्ष व एक माह हो गया है व लोगों को इस बारे में काफी जानकारी है जिसके कारण इस ट्विटर खाते की अब कोई आवश्यकता नहीं। जुलाई 2017 में जब देश में नई कर प्रणाली जी.एस.टी. लागू की गई थी तो केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने ट्विटर पर इस बारे में खाता खोल दिया था कि यदि किसी भी व्यक्ति को जी.एस.टी. के कानूनों के बारे में जानकारी नहीं मिलती तो वह ट्विटर पर अपना सवाल डाल कर पूछ सकता है, क्योंकि सवाल डालने पर मंत्रालय के विशेषज्ञों द्वारा इस बारे में जवाब ट्विटर द्वारा दिया जाता था। ट्विटर पर सवाल डाल कर लोगों को रिटर्नें, रिफण्ड व अन्य मामलों में काफी जानकारी मिलती रही थी। एक वर्ष तक कारोबारियों, कर विशेषज्ञों ने इस ट्विटर खाते का काफी लाभ उठाया। सूत्रों की मानें तो कई बार तो मिलने वाले जवाब भी विवादों वाले बन जाते थे। यदि किसी ने एक सवाल किसी बारे जानकारी लेने के लिए पूछा होता तो अगली बार पहले वाला ही सवाल दोबारा पूछ लिया तो दोनों एक सवाल के अलग-अलग जवाब होते। पूरे एक वर्ष एक माह बाद जानकारी देने वाला ट्विटर का खाता बंद हो गया है परन्तु जी.एस.टी. से सम्बंध रखने वाले लोगों के लिए सितम्बर का माह भी काफी अहम बताया जा रहा है, क्योंकि विभाग द्वारा रिटर्नों या हुई गलतियों को ठीक करने के लिए यह सितम्बर माह भी शेष है कि वह गलतियां ठीक करवा सकते हैं व इसके बाद किसी तरह की कोई दरुस्ती होने की सम्भावना नहीं है। जब से जी.एस.टी. लागू हुआ है तो उसके बाद से कारोबारियों द्वारा भरी जाती अपनी रिटर्नों या अन्य फाइलों में कई गलतियां की थीं, उनको गलतियों का पता अब लग रहा है। अपने जी.एस.टी. के केसों में गलतियों की दरुस्ती करवाने के लिए लोग कर विशेषज्ञों के पास पहुंच रहे हैं। जी.एस.टी. कर विशेषज्ञ पुनित ओबराए का भी कहना था कि लोगों ने पहले भरी रिटर्नें या अन्य जानकारी भरी थी, उनके बारे में अब पता लग रहा है कि शुरुआती दौर में उनको कुछ गलतियां कर दी थीं व उनको ठीक करवाने के लिए लोग कर विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर इस बार जी.एस.टी. की वार्षिक रिटर्न दाखिल करने के लिए कोई अंतिम तिथि तय न होने के कारण लोगों में भी काफी परेशानी है कि जी.एस.टी. लागू हुए को एक वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है व अब वार्षिक रिटर्न कब तक भरी जानी है। वैसे इस समय प्रत्येक माह दो रिटर्नें जी.एस.टी.आर.-1 व जी.एस.टी.आर-111 बी शामिल है। सितम्बर के माह में अपनी गलतियां ठीक करवाने का अवसर मिलने के कारण लोगों को राहत मिल सकती है। याद रहे कि जी.एस.टी. लागू करते समय तो रिटर्नों की संख्या दो दर्जन से ज्यादा थी परन्तु अब काफी कम रह गई है।