एक रुपये की छलांग लगाकर भारतीय मुद्रा 72.45 रुपये प्रति डॉलर पर

मुंबई, 2 नवंबर (वार्ता): घरेलू शेयर बाजार में रही तूफानी बढ़त, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की लिवाली और दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के लुढ़कने से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा  शुक्रवार को एक रुपये की तेज छलांग लगाकर छह सप्ताह से अधिक के उच्चतम स्तर 72.45 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गयी। भारतीय मुद्रा बीते कारोबारी दिवस 50 पैसे की तेजी में 73.45 रुपये प्रति डॉलर पर रही थी। इन दो दिनों में रुपया डेढ़ रुपये मजबूत हुआ है। घरेलू शेयर बाजार के तेजी में खुलने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आयी गिरावट से समर्थन पाकर रुपया भी 31 पैसे की बढ़त के साथ 73.14 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के शुरुआती पहर में यह 73.21 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर तक लुढ़का।  ईरान पर अमेरिका के प्रतिबंध के लागू होने के बाद भी भारत सहित आठ देशों को ईरान से कच्चा तेल खरीदने देने की छूट देने पर अमेरिका के सहमत होने की रिपोर्ट और अधिक आपूर्ति के दबाव में लंदन का ब्रेंट क्रूड वायदा 29 सेंट यानी 0.4 प्रतिशत लुढ़ककर 72.60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। कच्चे तेल के लुढ़कने और डॉलर के टूटने से भारतीय मुद्रा कारोबार के दौरान 72.21 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंची। एफपीआई के पूंजी बाजार में 21 करोड़ डॉलर के निवेश से भी रुपये को बल मिला और यह अंतत: गत दिवस की तुलना में एक रुपये की भारी बढ़त लेता हुआ 21 सितंबर के बाद के उच्चतम स्तर 72.45 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।