गुड़ में और तेज़ी की उम्मीद

नई दिल्ली, 26 मार्च (एजेंसी): सप्लाई कमजोर होने तथा मांग बढ़ने से हाल ही में गुड़ के भाव 200 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गये। भविष्य में इसमें गिरावट की संभावना कम है बाजार और बढ़ सकता है। आवक का दबाव उत्तर प्रदेश की मंडियों से न बढ़ने तथा ग्राहकी निकलने से एक माह के दौरान गुड़ के भाव 200 रुपए बढ़कर चाकू 2900/3000 रुपए, पेड़ी 3000/3100 तथा ढैया के भाव 3100/3200 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। हालांकि कोराना महामारी के कारण सम्पूर्ण भारत में लॉकडाउन होने के कारण गुड़ का कारोबार प्रभावित रहा। मुजफ्फरनगर मंडी में भी 10 हजार कट्टों के लगभग होने के बावजूद स्टॉकिस्टों की मांग से  गुड़ के भाव 40/50 रुपए बढ़कर चाकू 1025/1090 रुपए, लड्डू 1025/1075 रुपए तथा खुरपा के भाव 965/985 रुपए प्रति 40 किलो हो गये। मंडी में गुड़ का स्टॉक 23 मार्च तक 657065 कट्टे के लगभग का रहा। जो कि गत वर्ष 2.48 लाख कट्टे कम है। हापुड़ मंडी में भी ग्राहकी निकलने से आवक बढ़ने से गुड़ बाल्टी के भाव 50 रुपए घटकर 940/955 रुपए प्रति 40 किलो रह गये। देश में गन्ने का उत्पादन  उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात इत्यादि राज्यों में होता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ने की कीमतें 220/260 रुपए प्रति क्विंटल चल रही है, जो गत वर्ष की तुलना में नीचे हैं। गन्ने की कीमतें नीचे होने के कारण कोल्हू व क्रेशर वालों की अभी पड़ता लग रहा है। स्टॉक कमजोर होने तथा आने वाले समय में मांग बढ़ने की संभावना को देखते हुए भविष्य में गुड़ की कीमतों में घटने की गुंजाइश कम है। ग्राहकी निकलने पर इसमें 200/250 रुपए क्विंटल पर तेजी देखने को मिल सकती है।