खराब ड्राइविंग में भारत अव्वल

 

एक वैश्विक बीमा कम्पनी की स्टडी रिपोर्ट पर यकीन करें तो दुनिया के अधिक ड्राइवर भारत में हैं जो खराब ड्राइविंग करते हैं और ट्रैफिक नियमों का भलीभांति पालन नहीं करते जिसके फलस्वरूप सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। दुनिया में किस देश के नागरिक सबसे अच्छी ड्राइविंग करते हैं इसको लेकर उक्त कम्पनी ने हाल ही में स्टडी करवाई है। इस स्टडी में बताया गया है कि दुनिया के सबसे खराब ड्राइवर भारत में हैं, जबकि सबसे बेहतर प्रदर्शन जापान का रहा। यह स्थिति तब है जब भारत सरकार यह दावा कर रही है की देश भर में सड़कें व हाईवों का तेजी से निर्माण हो रहा है। स्टडी के अनुसार सड़क हादसे और हादसों में होने वाली मौतों के मामले में भी भारत दुनिया में सबसे आगे है। 
 भारत ही नहीं विश्व भर में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या बहुत ज्यादा है। भारत में सड़कों और हाईवे की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। इसी के साथ ही देश में सड़क दुर्घटनाओं के ग्राफ  में तेजी से वृद्धि हो रही है। भारत में कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता जब देश के किसी भाग में सड़क हादसा न होता हो। ये हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे। देश में मोटर वाहन कानून 2019 लागू होने के बाद भले ही सरकार के राजस्व में वृद्धि हुई हो मगर दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या में कमी नहीं आयी। सख्त कानून का उन पर कोई असर नहीं हुआ है। ‘सावधानी हटी और दुर्घटना घटी’ के देश में स्थान-स्थान पर लगे बोर्डों और बैनर से लोगों ने कोई सबक नहीं लिया है। लोगों को अपने व अपने परिवार की  कोई चिंता नहीं है। 
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के सड़क हादसों के आंकड़ों पर गौर करें तो पाएंगे कि देश में लोग जान हथेली पर लेकर चलते हैं। सड़क या फुटफाथों पर पैदल चलने वाले लोग भी सुरक्षित नहीं है। इन सभी दुर्घटनाओं के पीछे शराब एवं मादक पदार्थों का इस्तेमाल, वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल, वाहनों में ज़रुरत से अधिक लोगों का सवार होना, निर्धारित गति से अधिक तेज़ गाड़ी चलाना और थकान आदि मुख्य कारण हैं। महानगरों और नगरों में किसी चौराहे पर लाल बत्ती को धता बताकर रोड पार कर जाना, गलत तरीके से ओवरटेकिंग, बेवजह हार्न बजाना, निर्धारित लेन में न चलना आदि आज के युवकों का शौक बन गया है। कहने का तात्पर्य है विकास के साथ-साथ जिस सड़क संस्कृति की ज़रूरत होती है, वह हमारे देश में अभी तक नहीं बन पाई है।
सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है। आम जनता में खासतौर पर युवा वर्ग में अधिक जागरुकता लाने के लिये इसे शिक्षा, सामाजिक जागरुकता आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जोड़ा गया है। सड़क दुर्घटना, चोट और मृत्यु वर्तमान में समान्य बात हो रही है। सड़क हादसों को रोकने हेतु सरकार ने जो सड़क सुरक्षा संबंधी नियम बनाये हैं, सभी को उन  नियमों का पालन करना चाहिये। । 
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