पहली गणतंत्र दिवस परेड कब हुई ?
‘दीदी, पहली गणतंत्र दिवस परेड कब हुई?’
‘पहली गणतंत्र दिवस परेड 26 जनवरी, 1950 को नई दिल्ली में इरविन स्टेडियम (अब नेशनल स्टेडियम) में आयोजित हुई थी। उस समय भारत के पहले राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने परेड की सलामी ली थी। तब से हर साल गणतंत्र दिवस को परेड होती है जिसकी सलामी भारत के राष्ट्रपति लेते हैं, जो कि भारतीय सेना के सर्वोच्च कमांडर होते हैं।’
‘दीदी, 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस को परेड क्यों होती है?’
‘26 जनवरी 1950 को पहली बार गणतंत्र दिवस देश में संविधान लागू करने की खुशी में मनाया गया था। इस खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए भारतीय संस्कृति और सैन्य शक्ति को प्रदर्शन किया गया था। परेड वास्तव में हमारे देश के इतिहास की विविधता और उपलब्धियों का प्रतीक थी।’
‘इस परेड का मैसेज क्या होता है ?’
‘परेड में पूरे भारत की सांस्कृतिक विविधता और राज्यों की झांकियां दिखायी जाती हैं, जो देश की एकता और अखंडता को दर्शाती है।’
‘और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन...?’
‘इस परेड में भारतीय सेना, नौ सेना और वायु सेना अपनी ताकत, अनुशासन आधुनिक तकनीकी उपलब्धियों को दिखाती है। यह भारत की सुरक्षा क्षमता का प्रतीक होती है।
‘परेड के दौरान इसमें कुछ बच्चे क्यों चला करते हैं?’
‘परेड में वीरता पुरस्कार पाने वाले बच्चे भी शामिल होते हैं।’
‘ 26 जनवरी की परेड का दुनिया के लिए क्या संदेश होता है?’
‘इस परेड के जरिये भारत दुनिया को अपनी ताकत, अपनी सांस्कृतिक उत्कृष्टता, शांति और विकास का संदेश देता है।’
‘गणतंत्र दिवस की परेड कहां से कहां तक होती है?’
‘गणतंत्र दिवस की मुख्य परेड नई दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पर होती है। यह राष्ट्रपति भवन से शुरु होती है और इंडिया गेट तथा कर्तव्य पथ से होते हुए राष्ट्रीय स्टेडियम तक जाती है।’ -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर