आज़ादी की वर्षगांठ : देश के चप्पे चप्पे में कड़ी सुरक्षा

नई दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) : देश बृहस्पतिवार को आज़ादी की वर्षगांठ मनाने जा रहा है और इस जश्न को हर्षोल्लास एवं शांति से संपन्न करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी सहित सभी राज्यों की राजधानियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। दिल्ली पुलिस लाल किले की सुरक्षा के लिए चेहरा पहचानने वाले सॉफ्टवेयर से लैस कैमरों का पहली बार इस्तेमाल कर रही है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के तहत ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के फैसले और पाकिस्तान के साथ तनाव के मद्देनज़र राष्ट्रीय राजधानी में बहुस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इसके तहत स्वाट कमांडो और एनएसजी स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है। सेना, अर्द्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के 20 हज़ार जवानों को तैनात किया गया है। ऐतिहासिक लालकिले के आसपास संदिग्धों की पहचान करने के लिए, पुलिस चेहरे की पहचान करने वाली तकनीक वाले कैमरों का उपयोग कर रही है। आसमान को सुरक्षित करने के लिए ‘एंटी-ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम’ तैनात किया गया है। कार्यक्रम स्थल के चारों ओर लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जहां प्रधानमंत्री को सुनने के लिए मंत्री, नौकरशाह, विदेशी गणमान्य व्यक्ति और आम लोग इकट्ठा होंगे।
पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और राज्य की सीमा पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है। केंद्र प्रशासित क्षेत्र चंडीगढ़ में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, पानीपत, अंबाला सहित सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों तथा अंतर राज्यीय बस टर्मिनल और अन्य स्थानों के इर्द गिर्द सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीमाई क्षेत्रों में भी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई है। जम्मू से मिली खबर के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस समारोहों के पहले सेना और बीएसएफ, भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास कड़ी चौकसी बरत रही है। मुंबई से मिली खबर के अनुसार स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनज़र 40,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी आर्थिक राजधानी की पहरेदारी करेंगे। पश्चिम बंगाल में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है।