पाक में हिन्दू लड़की के कत्ल को लेकर जज ने न्यायिक जांच से किया इन्कार

अमृतसर, 23 सितम्बर (सुरिन्द्र कोछड़): पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर लगातार बढ़ रहे सम्प्रदायिक हमलों के कारण अंतर्ष्राट्रीय दबाव में आई पाक सरकार द्वारा मैडीकल की पढ़ाई कर रही हिन्दू छात्रा डा. निम्रता चांदनी की हत्या की न्यायिक जांच की की सिफारिश को सैशन जज ने रद्द कर दिया है। गत सप्ताह होस्टल के कमरे में डा. निम्रता मृतक हालत में मिली थी। इस मामले में अब तक 32 लोगों को हिरासत में लिया गया है व गिरफ्तार व्यक्तियों में मृतका के दो सहपाठी भी शामिल हैं। सूबा सिंध के ज़िला लरकाणा के बीबी आशिफा डैंटल कालेज की अंतिम वर्ष की छात्रा व सामाजिक कार्यकर्ता निम्रता चांदनी का 16 सितम्बर को कत्ल किये जाने उपरांत इसको आत्महत्या का मामला साबित करने के कई प्रयास किये गए। उधर मृतका की पोस्ट-मार्टम रिपोर्ट को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि इस रिपोर्ट में कई खामियां हैं व मुख्य तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि तस्वीरों में दिखाई दे रही उक्त लड़की की मृतक देह के गले पर निशान चुन्नी के नहीं, बल्कि रस्सी जैसी किसी वस्तु के  हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि हिन्दू छात्रा द्वारा आत्महत्या की गई है, परन्तु निशानों से पता लगता है कि छात्रा का गला घोंटा गया था। रिपोर्ट में मौत व पोस्टमार्टम के मध्य अंतराल 11-12 घंटे का था, परन्तु तस्वीर लगभग 24 घंटे पुरानी प्रतीत हो रही है, क्योंकि तस्वीर में दिखाई दे रहा है कि शव उस समय तक गलने लगी थी। विशेषज्ञों ने कहा कि लरकाना की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक देह के गलने के कारणों का खुलासा नहीं किया गया है। इसकी बजाए रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्रा का शव ताज़ा हालत में था।