सरसों-सोया-बिनौला व चावल तेल और लुढ़के : तेलों पर टेरिफ भी घटी

नई दिल्ली, 2 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह विदेशों में उत्पादकों व निर्यातकों की घबराहटपूर्ण बिकवाली आने से सीपीओ 55 डॉलर प्रति टन और लुढ़क गया। इसके अलावा सरकार ने बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए सीपीओ एवं क्रूड सोयाबीन की टेरिफ दर घटा दी। दूसरी ओर घरेलू मंडियों में तिलहनों के दबे स्टॉक निकलने लगे। नई सरसों भी राजस्थान में आ गयी, जिससे सभी खाद्य तेल यहां थोक में 100/500 रुपए प्रति क्विंटल लुढ़क गये।आलोच्य सप्ताह मलेशिया में उत्पादकों व निर्यातकों की चौतरफा बिकवाली आने से 55 डॉलर टूटकर वहां सीपीओ 730 डॉलर प्रति टन के निम्नस्तर पर आ गया। इसके प्रभाव से कांदला में भी 250 रुपए गिरकर इसके भाव 5200 रुपए रह गये। उधर सरसों में नये माल की आवक होने एवं विदेशों के मंदे समाचार आने से 100 रुपए की गिरावट पर यहां 42 प्रतिशत कंडीशन का 4300 रुपए में व्यापार हुआ। इसका तेल भी यहां 100 रुपए घटकर 9000 रुपए रह गया। कोटा लाइन में 150 बोरी नई सरसों की आवक दैनिक हुई। वहां 3600/3700 रुपए पर नये माल का व्यापार हुआ। पुरानी सरसों 42 प्रतिशत कंडीशन वाली उक्त अवधि के अंतराल 4500 से गिरकर 4390/4395 रुपए जयपुर पहुंच में रह गयी। इसका तेल भी कोटा लाइन में 8830/8840 से घटकर 8620/8630 रुपए एवं जयपुर पहुंच में 8700 रुपए रह गया।