भारत-अमरीका में 3 अरब डालर के रक्षा सौदे

उपमा डागा पारथ/एजेंसी
नई दिल्ली, 25 फरवरी : भारत और अमरीका ने मंगलवार को 3 अरब डालर के रक्षा सौदे को अंतिम रूप दिया और तीन समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए जिसमें से एक समझौता ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों ने अपने संबंधों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है।  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का ऐतिहासिक और भव्य स्वागत हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अमरीका और भारत के संबंधों को 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण गठजोड़ बताते हुए कहा कि यह संबंध सिर्फ दो सरकारों के बीच नहीं हैं, बल्कि लोक केंद्रित हैं। वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी इस यात्रा को अविस्मरणीय, असाधारण और सार्थक बताते हुए कहा कि हमने तीन अरब डॉलर के रक्षा समझौतों को अंतिम रूप दिया। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमरीका-भारत की साझेदारी सही मायने में पहले से काफी मज़बूत हुई है और दोनों देशों ने शानदार समझौते किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त संवाददाता संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मादक पदार्थ और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने को प्राथमिकता दी है। आज हमारे बीच मादक पदार्थों की तस्करी, मादक पदार्थ से जुड़े आतंकवाद और संगठित अपराध जैसी गम्भीर समस्याओं के बारे में एक नए तंत्र पर भी सहमति बनी। मोदी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि आतंकवाद के समर्थकों को ज़िम्मेदार ठहराने के लिए आज हमने अपने प्रयासों को और आगे बढ़ाने का निश्चय किया है। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपति ट्रंप और मैंने हमारे सम्बन्धों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया है। मोदी ने कहा कि कुछ ही समय पहले स्थापित हमारा सामरिक ऊर्जा गठजोड़ सुदृढ़ होता जा रहा है और इस क्षेत्र में आपसी निवेश बढ़ा है। वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हमने मादक पदार्थ रोधी केन्द्र स्थापित करने का निर्णय लिया। हम सतत परियोजनाओं के लिए ‘ब्लू डॉट नेटवर्क’ पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद से निपटने में सहयोग करने को सहमत हुए। साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान के साथ सकारात्मक रूप से काम कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि हमने 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी, हिंद-प्रशांत में स्थिति पर भी चर्चा की। दूसरी ओर, मोदी ने कहा कि तेल और गैस के लिए अमेरिका भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका गठजोड़ उद्योग 4.0 और 21वीं शताब्दी की अन्य उभरती प्रौद्योगिकी पर भी नवोन्मेष और उद्यमिता के नए मुक़ाम स्थापित कर रहा है। दो दिवसीय भारत यात्रा पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया का मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया । ट्रंप ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में तीनों सेनाओं की मिलीजुली टुकड़ी की सलामी गारद का निरीक्षण किया। राष्ट्रपति के तौर पर भारत की अपनी पहली यात्रा पर आए ट्रंप ने सलामी गारद का निरीक्षण करने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट जा कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
स्वास्थ्य, तेल एवं गैस क्षेत्र में करार
नई दिल्ली, 25 फरवरी (वार्ता) : अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आज स्वास्थ्य तथा तेल एवं गैस क्षेत्र से जुड़े तीन करार हुए। विदेश मंत्रालय ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य और चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा को लेकर दो अलग-अलग सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए जबकि तेल एवं गैस क्षेत्र में एक सहयोग पत्र पर हस्ताक्षर हुआ। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और एक्सोन मोबिल इंडिया एलएनजी का अमरीका की चार्ट इंडस्ट्रीज के साथ सहयोग पत्र करार हुआ है। 
मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और अमरीकी स्वास्थ्य एवं मानव विज्ञान विभाग के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) करार हुआ है। एक अन्य सहमति पत्र चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इस पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन और अमेरिकी खाद्य एवं औषध प्रशासन ने हस्ताक्षर किए।