पुस्तकों का महत्त्व

पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती हैं। पुस्तकें पढ़ने से मनुष्य के ज्ञान में वृद्धि होती है। पुस्तकें हमारे विचार बदल देती हैं। पुस्तकें अच्छे अध्यापक की तरह होती हैं। अच्छी पुस्तकें  हमें तरो-ताज़ा कर देती हैं। जो विद्यार्थी बिल्कुल भी नहीं पढ़ते, अगर कहीं अवसर उनको मिल जाए कि आपको पांच मिनट भाषण देना है तो वह नहीं दे सकते। ऐसे विद्यार्थी फिर प्रतियोगिता की परीक्षाओं को पास नहीं कर सकते। आम लाइब्रेरियों में देखने को मिलता है कि दक्षिण भारत के विद्यार्थी बहुत समय पुस्तकें पढ़ने को देते हैं। हमें ऐसे विद्यार्थियों से शिक्षा लेनी चाहिए, ताकि हमारे विद्यार्थियों की दिलचस्पी पुस्तकों की ओर ज्यादा बढ़ सके।

-संजीव सिंह सैणी