अनेक रोगों का इलाज गुड़

आयुर्वेद के अनुसार हमारा शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है, पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। इन तत्वों में आपस में एक निश्चित अनुपातिक संबंध है। जब कभी भी यह अनुपात बिगड़ता है, तो शरीर में कई रोग उत्पन्न होने लगते हैं। प्रकृति में तमाम असाध्य रोग दूर करने की भी क्षमता है।  प्रकृति प्रदत्त गन्ने की मिठास से बनी चीनी से आज समूची दुनिया के लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। वहीं इस गन्ने के रस से बना गुड़ आयुर्वेद संहिता में गुणों से भरपूर औषधीय रुप में भी है। खाना खाने के बाद थोड़ा-सा गुड़ खाना लाभकारी होता है। गुड़ में कैल्शियम के साथ फास्फोरस होता है जो हड्डियों के लिए नुकसानदायक है। गुड़ लौहतत्व का मुख्य स्त्रोत माना गया है। अनीमिया (रक्तालपता) की कमी वाले रोगी को गुड़ सेवन करने की सलाह दी जाती है।  गुड़ खाने से हमारी सोच सकारात्मक होती है, वहीं आत्मविश्वास भी बढ़ता है। शीतकाल में गुड़ और तिल के बने विभिन्न व्यंजन और लड्डू हमारे शरीर को विशेष लाभ पहुंचाते हैं। कफ, सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों में गुड़ का सेवन लाभप्रद रहता है। गुड़ खाने से गले व फेफड़ाें से संबंधित रोगों में आशातीत लाभ मिलता है। वैज्ञानिकों का भी मानना है कि मीठा खाने से रक्त संचार बढ़ता है। इससे एनर्जी बढ़ती है, इसलिए घर से बाहर निकलने से पूर्व गुड़ का सेवन करने से दिनभर के कार्यों हेतु एनर्जी मिलती है। रोज सुबह गुड़ की चाय पीने से रक्त संचार बढ़ता है। प्राकृतिक पदार्थों में गुड़ सबसे मीठा माना गया है। खाना खाने के बाद गुड़ खाने से गैस नहीं बनती। गुड़ को सेंधा नमक या काला नमक मिलाकर खाने से खट्टी डकारें नहीं आती है। याददाश्त कमजोर होने पर बादाम के साथ गुड़ खाएं। गुड़ से स्मरण शक्ति तब बढ़ती है जब आप देशी घी का हलवा खाएॅ । गुड़ शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालकर शरीर में तापमान को मौसम के अनुरुप नियंत्रित करता है। ग्रीष्म काल में अत्यधिक थकान व गर्मी से निजात पाने के लिए इमली व गुड़ का ठंडा शरबत पिएं। तेज जुकाम होने पर सोते समय गर्म गुड़ का पानी सौंठ व काली मिर्च मिलाकर पी लें। काफी राहत मिलेगी। यदि आपको कम भूख लगती है तो गुड़ का सेवन करें। अस्थमा से त्रस्त रोगियों को गुड़ व काले तिल से बने लड्डू खाने चाहिए। प्रतिदिन गुड़ खाने से हाई ब्लडप्रेशर नियंत्रण में रहता है। छोटे बच्चों में प्राय: खून की कमी रहती है तो रोज उन्हें थोड़ी मात्रा में गुड़ खिलाएं ताकि शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता रहे। दिल की बीमारी वाले भी गुड़ खाएं लाभ मिलेगा। गुड़ खाने से नेत्र ज्योति बढ़ती है।

(स्वास्थ्य दर्पण)