गमले के पौधों को होती है ज्यादा देखभाल की ज़रूरत

शहरों में खासकर महानगरों में रहने वाले 70 फ ीसदी लोगों के पास अपने जमीन के घर नहीं होते। जिनके पास जमीन के घर हैं भी, उनमें से भी दो तिहाई के पास घर में जमीन का कोई ऐसा टुकड़ा नहीं है या घर बड़ा नहीं है, जिसके एक हिस्से को किचन गार्डेन में तब्दील किया जा सके। कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि आजकल शहरों में किचन गार्डेन का सारा का सारा दारोमदार गमलों में लगाये जाने वाले पौधों पर ही है।
यूं तो पौधे, पौधे होते हैं, वे चाहे जमीन में लगे हों या गमलों में। लेकिन दोनों में एक फर्क होता है, जमीन में लगे पौधे के मुकाबले गमले वाले पौधे की देख-रेख ज्यादा करनी पड़ती है। क्योंकि गमलों में पौधों को जमीन वाले पौधों की तरह उर्वर मिट्टी नहीं मिलती। जमीन वाले पौधों को ज्यादा दिनों तक नमी मिलती रहती है, लेकिन गमले में लगे पौधों को अगर दो दिन भी पानी देना भूल गये तो वो कुम्हलाने लगते हैं। हालांकि कुछ फ ायदे जमीन वाले पौधों के मुकाबले गमलों में लगे पौधे के ज्यादा हैं। मसलन- गमलों में लगे पौधों को हम बड़ी आसानी से एक जगह से दूसरे जगह रख सकते हैं। धूप हो तो छाया में रख सकते हैं। बहुत बारिश हो तो कमरे के अंदर रख सकते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि गमले में लगे पौधों को हम घर के जिस भी कोने में चाहें रख सकते हैं या बार बार इनकी जगह बदल सकते हैं। यही नहीं गमलों में लगे पौधों के जरिये हम अपने घर को कल्पनाशील ढंग से सजा सकते हैं। लेकिन गमलों में लगे पौधों की देख-रेख जरा ज्यादा सजगता से करनी पड़ती है। जब भी गमले में कोई पौधा लगाया जाता है, तो उसके पहले गमलों को अच्छी तरह से धोना यानी साफ  कर लेना चाहिए। अगर गमलों में काई, मिट्टी, फ फूं द आदि लगे हैं तो उन्हें सोडायुक्त जल से धो लेना चाहिए, वरना गंदे गमलों के कारण पौधों में तमाम रोग लग जाते हैं।  यह तो हम जानते ही हैं कि जब भी किसी गमले में कोई पौधा लगाया जाता है तो उसमें एक छेद होता है और उस छेद के चारो तरफ  लकड़ी या पत्थर का ऐसा ढांचा बना देना चाहिए ताकि गमले में पानी रूके न, मिट्टी सड़े न। जब गमले में लगे पौधे की जड़ें, पार्श्व से निकलकर मुड़ने लगें तो गमले की फिर से भराई करना जरूरी हो जाता है।
 गमले वाले पौधे में सबसे अहम होती है, इसकी मिट्टी। चूंकि गमले वाले पौधे को बढ़ने, फैलने और विकास करने के लिए बहुत ज्यादा जगह यानी स्पेस उपलब्ध नहीं होता, इसलिए गमले में लगे पौधे की मिट्टी बहुत अच्छी और उर्वर होनी चाहिए।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर