भारतीय बैडमिंटन की नई उम्मीद तस्नीम मीर

मेहसाणा, गुजरात की 16-वर्षीय लड़की तस्नीम मीर ने वह कारनामा कर दिखाया है, जिसे साइना नेहवाल व पीवी सिंधु भी अंजाम नहीं दे सकीं थीं। बैडमिंटन वर्ल्ड फैडरेशन (बीडब्लूएफ) ने अंडर-19 की जो नवीनतम रैंकिंग जारी की हैं, उसमें तस्नीम मीर के 10,810 अंक हैं, जिसका अर्थ है कि वह इस श्रेणी में इस समय विश्व की नम्बर एक खिलाड़ी हैं। तस्नीम मीर अंडर-17 श्रेणी में भी वर्ल्ड नंबर 1 हैं। गौरतलब है कि बीडब्लूएफ  ने आयु वर्ग रैंकिंग 2011 में आरंभ की थी, उस समय साइना नेहवाल आयु के हिसाब से इस वर्ग को पार कर चुकी थीं, इसलिए उनकी रैंकिंग नहीं हुई, जबकि पीवी सिंधु की जूनियर श्रेणी में अधिकतम रैंकिंग विश्व नम्बर 2 रही। इसका अर्थ यह है कि अंडर-19 श्रेणी में विश्व नम्बर 1 बनने वाली तस्नीम मीर भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने जो अब तक चार जूनियर अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीते हैं, उनमें से तीन—दुबई, बुल्गारिया व नेपाल, पिछले साल आये थे, यही उनकी वर्तमान सफलता का आधार है। हालांकि तस्नीम मीर ने अब अंडर-17 श्रेणी (जिसमें वह पिछले वर्ष विश्व नंबर 2 थीं) में खेलना बंद कर दिया है, लेकिन इस श्रेणी में भी विश्व नंबर 1 होना उनके लिए सुखद आश्चर्य है। वह अब सीनियर श्रेणी में प्रयास करने की इच्छुक हैं और पिछले साल उन्होंने बांग्लादेश इंटरनेशनल में इसी श्रेणी में हिस्सा लिया। इस समय उनकी सीनियर रैंकिंग 602 है। तस्नीम मीर के पिता इरफान अली मीर गुजरात पुलिस में एएसआई हैं और बैडमिंटन कोच भी हैं। वह अहमदाबाद के निकट मेहसाणा में एक कोचिंग सेंटर चलाते हैं। तस्नीम मीर 5-6 वर्ष की आयु में अपने पिता को बैडमिंटन की कोचिंग देते हुए देखती थीं, तभी से उन्हें इस खेल से प्यार हो गया। वह बताती हैं, ‘मैं अपने पिता के साथ स्टेडियम जाया करती थी। शुरू में मैं सिर्फ  मनोरंजन के लिए बैडमिंटन खेलती थी, लेकिन चूंकि मैं अच्छा खेलती थी तो आहिस्ता आहिस्ता अपने पिता के साथ ट्रेनिंग करने लगी। फिर जब मैं राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने व उन्हें जीतने लगी तो मैंने प्रोफेशनली बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया। मेरे पहले बैडमिंटन पार्टनर मेरे पिता थे और मैंने अपना पहला मैच भी उन्हीं के विरुद्ध खेला।’ तस्नीम मीर ने 2017 में पुल्लेला गोपीचंद अकादमी में ट्रेनिंग आरंभ की, लेकिन 2020 में वह गुवाहाटी स्थित असम बैडमिंटन अकादमी में शिफ्ट हो गईं, क्योंकि उनके मिश्रित युगल पार्टनर अयान रशीद और भाई मुहम्मद अली मीर भी वहीं ट्रेनिंग करते हैं। उन्हें इण्डोनेशिया के एडविन इरिअवान कोच कर रहे हैं जिन्होंने साइना नेहवाल को भी कोच किया है। जूनियर श्रेणी में विश्व नम्बर एक घोषित किया जाना बहुत बड़ी उपलब्धि है, लेकिन तस्नीम मीर इससे अधिक प्रसन्न नहीं हैं। भले ही तस्नीम मीर अपनी उपलब्धि का जश्न न मना रही हों, लेकिन उनका परिवार बहुत खुश है, विशेषकर इसलिए कि मेहसाणा या गुजरात क्या, देश की किसी भी लड़की को उनसे पहले यह सम्मान नहीं मिला है। यह कामयाबी तस्नीम मीर की अपनी कड़ी मेहनत का नतीजा है। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं बहुत कठिन होती हैं, उनमें बहुत खून पसीना बहाना पड़ता है। तस्नीम ऐसे परिवार से हैं जिसमें उनके पिता बैडमिंटन कोच हैं और भाई स्टेट चैंपियन है। 

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