एंट ईटर केवल दीमक ही यों खाता है ?

'दीदी, या एंट ईटर नाम का भी कोई जानवर होता है?'
'हां, होता है जो केवल सफेद चींटियां ही खाता है, जिन्हें हम आमतौर से दीमक कहते हैं। इसलिए इसका नाम एंट ईटर पड़ा है।'
'वह अन्य फूड की तुलना में सिर्फ चींटी ही यों खाता है?'
'शायद इसलिए कि उसके दांत नहीं होते हैं। उसकी काफी लबी जबड़े की हड्डी होती है जो लगभग पूरी ही त्वचा से ढकी होती है। एन्टईटर का बहुत छोटा मुंह होता है और उसकी केंचुए जैसी लबी जीभ फ् सेंटीमीटर से भी अधिक लबी होती है जो एक चिपचिपे पदार्थ से ढकी होती है। इस चिपचिपे पदार्थ पर दीमक उस समय तक फंसी रहती है जब तक एंट ईटर अपने शिकार को सटक नहीं जाता।'
'लेकिन दीमक की बहुत सी प्रजातियां तो अपनी सुरक्षा के लिए सत मिट्टी का बड़ा घोंसला बना लेती हैं।'
'हां, इससे निपटने के लिए प्रकृति ने एंट ईटर को शतिशाली आगे के बाजू और लबे पंजे दिए हैं। अपने लबे पंजों से एंट ईटर दीमक के घोंसलों को फाड़ देता है।'
'या एंट ईटर एक ही प्रकार का होता है?'
'नहीं, एंट ईटर तीन प्रकार के होते हैं और हर एक, दूसरे से काफी भिन्न होता है।'
'किस तरह से?'
'जायंट एंट ईटर जमीन पर रहता है। वह दो मीटर से भी अधिक लबा होता है। उसका सिर लगभग फ् सेंटीमीटर का होता है और उसकी दुम म् सेंटीमीटर की होती है। उसके लबे स्थूल बाल होते हैं। उसके आगे के पैरों के पंजे इतने लबे होते हैं कि वह उन पर चल नहीं सकता। एंटईटर अपने पैरों की सोल के बजाय पैरों की साइडो के सहारे चलता है। जायंट एंट ईटर रात में खाता है और दिनभर सोता है।'
'दूसरे प्रकार का एंट ईटर कौन सा होता है?'
'उसे तमंदुआ कहते हैं। यह लगभग एक मीटर लबा होता है और उसके बाल छोटे होते हैं। वह अनेक चीजों के लिए अपनी दुम का प्रयोग करता है। वह पेड़ों पर रहता है और बिना दुम के,उसके लिए ऐसा करना संभव नहीं।'
'और तीसरे प्रकार का एंट ईटर।'
'सिल्की एंट ईटर सबसे छोटा एंट ईटर होता है। वह लगबग भ् सेंटीमीटर का होता है जिसमें से आधी उसकी दुम होती है, तो वह पेड़ों पर भी रह सकता है। वह दिन पेड़ की शाखों पर लटके हुए बिताता है। सिल्की एंट ईटर दक्षिण मेसिको व ब्राजील के बीच के क्षेत्र में पाया जाता है।
-इमेज रिलेशन सेंटर