यूआई/यूएक्स डिज़ाइनिंग में बनाएं स्मार्ट कॅरियर

हमारे स्मार्ट फोन हर गुजरते दिन के साथ जिस तरह ज्यादा उपयोगी और ज्यादा सरल बने हैं, उसमें सबसे बड़ी भूमिका दो प्रोफेशनलों की होती है, जिन्हें संक्षेप में यूआई यानी यूजर इंटरफेस और यूएक्स यानी यूजर एक्सपीरियंस के संक्षिप्त नाम से बुलाते हैं। भले उच्चारण में ये दोनों भारी भरकम संक्षेपाक्षर लगते हों, लेकिन हकीकत में इनका काम आम लोगों के लिए मोबाइल, लैपटॉप से लेकर आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी सभी डिवाइसेस को ज्यादा उपयोगी और इस्तेमाल में ज्यादा सरल बनाने का होता है। चूंकि भारत में मोबाइल उपभोक्ता दुनिया में सबसे ज्यादा हैं और ज्यादातर लोग रोजमर्रा की जिंदगी में स्मार्ट फोन ही इस्तेमाल करते हैं, इसलिए हर स्मार्ट फोन बनाने वाली कम्पनी अपने फोन को उपभोक्ताओं के लिए ज्यादा से ज्यादा उपयोगी बनाने के लिए मोबाइल के इंटरफेस यानी उसके मुखड़े को ज्यादा आकर्षक और ज्यादा आसान बनाने की फिराक में लगी रहती है। यह काम क्योंकि यूआई और यूएक्स डिजाइनर करते हैं, इसलिए इनकी मांग पिछले एक दशक से लगातार काफी ऊंची बनी हुई है।
यूआई की तरह ही यूएक्स डिजाइनर का काम भी उपभोक्ताओं के डिवाइसेस एक्सपीरियंस को ज्यादा से ज्यादा आरामदायक बनाने का होता है। कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि ये दोनों डिजाइनर इन्फोरमेंशन टेक्नोलॉजी को आम उपभोक्ताओं के लिए ज्यादा से ज्यादा उपयोगी और आरामदायक बनाते हैं। अब चूंकि यह डिजिटल युग है करीब-करीब हर क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी ने अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया है, इसलिए अगर कहा जाए कि इन दोनों तरह के डिजाइनरों की जो मांग पिछले एक दशक में लगातार ऊंची बनी हुई है, वह अगले एक दशक तक भी गिरने नहीं वाली। क्योंकि जिस तरह से हमारी रोजमर्रा की हर गतिविधि का डिजिटलाइजेशन हो रहा है, उस कारण अभी अगले एक दशक तक लगातार इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस उपभोक्ताओं के और भी ज्यादा से ज्यादा अनुकूल या कहें यूजर फ्रेंडली बनेंगे। 
ऐसे में सहज ही समझा जा सकता है कि इस फील्ड में कॅरियर की कितनी जबरदस्त संभावनाएं होंगी। इस बात को शैक्षिक तंत्र भी बेहतर ढंग से समझता है। यही कारण है कि आज देश के हर कोने में मौजूद कॉलेजों और इंस्टीट्यूट में यूएक्स और यूआई डिजाइनरों के लिए दर्जनों पाठ्यक्रम मौजूद हैं। ऐसे ही एक महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम का नाम है- स्पेशलाइजेशन इन ह्यूमन कम्प्यूटर इंट्रैक्शन।
यह अंडर ग्रेजुएट कोर्स है। अगर आपको कम्प्यूटर की बेसिक नॉलेज है और आपमें यह जानने की जिज्ञासा है कि आखिर आम उपभोक्ता या यूजर कम्प्यूटर को कैसे यूज करते हैं और उनके यूज करने के तरीके को क्या और बेहतर और आसान बनाया जा सकता है? अगर ऐसा सवाल आपके दिल दिमाग में उठता है, तो आप इस कोर्स के लिए सर्वथा उपयुक्त हैं। इसके लिए आपको कम से कम 10़2 विज्ञान विषयों से पास होना चाहिए और कोई न कोई कम्प्यूटर भाषा भी आनी चाहिए। अगर आपकी यह मिनिमम क्वालिफिकेशन है तो फिर आप इंटरनेट में सर्च करके इस क्षेत्र में काम कर रहे सैकड़ों इंस्टीट्यूट में से जो आपके नज़दीक हो, उसमें एडमिशन ले सकते हैं। वैसे जहां तक बड़े और व्यवस्थित शैक्षिक संस्थानाें की बात है तो आईआईटी गुवाहाटी, जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स, मुंबई, सिंबोयसिस सेंटर ऑफ डिजाइन, पुणे और जयपुर मुंबई और नोएडा में स्थित पर्ल एकेडमी से इस क्षेत्र के विभिन्न कोर्स किये जा सकते हैं। इस कोर्स या पाठ्यक्रम में कम्प्यूटर प्रोग्रोमिंग, एल्गोरिद्म और कम्प्यूटर से जुड़े कॉन्सेप्ट्स पढ़ाये जाने के साथ-साथ इंटरनेट ऑफ थिंग्स, वर्चुअल रियलिटी जैसे पाठ्यक्रम भी पढ़ाये जाते हैं। 
जिन छात्रों को कोडिंग और अलग-अलग डिजाइन सॉफ्टवेयर में इंट्रेस्ट होता है, उनके लिए यह कोर्स करना न सिर्फ रूचिकर बल्कि बेहद आकर्षक भी होता है। यदि आपको पहले से ही फोटोशॉप या कोरल ड्रा जैसे सॉफ्टवेयर में महारत हासिल है तो आपके लिए यह डिजाइनिंग कोर्स और भी आसान है। अगर आप नियमित रूप से किसी संस्थान में पढ़ना नहीं चाहते या आपके पास इसके लिए वक्त नहीं हैं तो आप ऑनलाइन डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं। इस आधार के बाद आपको इस क्षेत्र में नौकरी की कभी कमी नहीं रहेगी, क्योंकि यह लगातार विकसित और बड़ा होता क्षेत्र है। अगर आप नौकरी नहीं भी करना चाहते हैं तो कल्पनाशील यूआई और यूएक्स डिजाइनर बनकर आप बहुत अच्छी फ्रीलांसिंग भी कर सकते हैं।
इस बड़े क्षेत्र के भीतर जो अनेक उपक्षेत्र मौजूद हैं, जिनमें विशेषज्ञता हासिल करके आप महत्वपूर्ण प्रोफेशनल बन सकते हैं, वे इस प्रकार हैं- यूएक्स मैनेजमेंट, यह कोर्स काफी पापुलर है, क्योंकि दूसरे क्षेत्रों की तरह इस क्षेत्र में भी मैनेजरों की काफी डिमांड है, जो इस तरह के डिजाइनिंग के प्रोजेक्ट को मैनेज कर सकें। यूएक्स मैनेजर या यूएक्स डायरेक्टर जैसी पोस्ट यूं तो प्रशासनिक पोस्ट हैं, लेकिन इस फील्ड में डायरेक्टर और मैनेजर होने के बावजूद आपके लिए क्रिएटिव होना ज़रूरी है। कहने का मतलब यह है कि यूएक्स मैनेजमेंट का हिस्सा होते हुए भी आपको यूआई और यूएक्स का डिजाइनर भी होना पड़ेगा। इस क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण उपक्षेत्रों में एडवांस यूएक्स प्रोफेशनल्स, यूएक्स कंसलटिंग, यूएक्स स्पेशलिस्ट और नि:संदेह फ्रीलांसिंग का स्कोप भी भरपूर रूप से मौजूद है।
इस क्षेत्र में नौकरी वो तमाम कंपनियां देती हैं जो विभिन्न तरह के कम्युनिकेशन डिवाइसेस बनाती हैं। साथ ही अध्यापन के क्षेत्र में भी बड़ी तादाद में ऐसे एक्सपर्ट की ज़रूरत बनी हुई है, जो इस क्षेत्र में रूचि रखने वालों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें। जहां तक मासिक वेतन की बात है तो डिजाइनिंग के इन दोनो क्षेत्रों में शुरुआती वेतन कम से कम 25 से 30 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से मिल जाता है और जैसे-जैसे आपका इस क्षेत्र में अनुभव बढ़ता है, आपका वेतन भी उसी के अनुरूप बढ़ता रहता है। जो कई लाख रुपये प्रतिमाह तक पहुंच सकता है। इस क्षेत्र में फ्रीलांसिंग करके भी ठीकठाक कमाई की जा सकती है।

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर