बच्चों को सिखाएं कुछ ज़रूरी काम

अपने खिलौने उचित स्थान पर रखना सिखाएं।
* स्कूल से आने पर स्वयं स्कूल बैग रखना और पानी की बोतल के स्थान पर बोतल खाली कर रखना सिखाएं।
* अपने जूते उचित स्थान पर रखना, स्कूल के लिए यूनिफार्म, रात को बैल्ट रूमाल, जुराब, टाई और जूते आदि निकालकर यथा स्थान पर रखना सिखाएं।
* फ्रिज में खाली बोतलें भर कर रखना सिखाएं।
* रात्रि में डाइनिंग टेबल सजाना, खाने के बाद बर्तन रसोई में रखना और टेबल आदि साफ करना सिखाएं।
* छुट्टी वाले दिन डस्टिंग में जाले उतारने, बुक शैल्फ साफ कराने में और मां की मदद करना सिखाएं।
* धुलने वाले वस्त्र निश्चित स्थान पर रखना सिखाएं।
* थोड़े बड़े बच्चे सलाद काटकर और चाय बनाना आदि सीख कर अपनी मां की मदद कर सकते हैं।
* दालों और मसालों के नाम की पूरी जानकारी बच्चों को देनी चाहिए।
* बटन लगाना, कपड़े प्रेस करना, आवश्यकता अनुसार और आयु अनुसार सिखाना चाहिए। 
* बाज़ार से छोटा-मोटा सामान कहां से खरीदा जाता है, उसकी जानकारी देते रहें और आवश्यकता पड़ने पर उनसे मंगायें।
* मैगी बनाना, अंडा ब्रेड तैयार करना, छोटे मोटे कार्यों में रसोई घर में मदद करना बच्चों को आना चाहिए।
* मां-बाप की उपस्थिति और अनुपस्थिति में आए मेहमान को उचित आदर सत्कार देना भी बच्चों को आना ज़रूरी है।
* टेलीफोन कैसे अटेन्ड किया जाये और संदेश कैसे नोट किया जाए, इस बारे में बच्चों को उचित तरीके से सिखाया जाना चाहिए।
* छोटे-छोटे कामों की जानकारी होने पर बच्चे लड़का हो या लड़की, स्वावलंबी बनेंगे। बेटी के बेहतर भविष्य के लिए यह सब आना आवश्यक है। बेटे भी आत्मनिर्भर बनेंगे। बच्चों द्वारा किए कामों की प्रशंसा करें ताकि उनमें आत्मविश्वास बना रहे।
* घर की सफाई कैसे की जाये, इसकी भी जानकारी बच्चों को देते रहनी चाहिए। (उर्वशी)

#बच्चों को सिखाएं कुछ ज़रूरी काम