थर्मल पावर प्लांट से परेशान ग्रामीण, गांव को किसी अन्य स्थान पर स्थापित करने की मांग
यमुनानगर, 13 अप्रैल - यमुनानगर थर्मल प्लांट में एक और यूनिट लगने से जहां यमुनानगर सहित आसपास के जिलों में खुशी की लहर है वही थर्मल के आसपास रहने वाले कुछ गांव के लोगों का जीवन दुभर हो चुका है। इनमें से एक गांव रतनपुर के लोगों ने आज पानीपत की तर्ज पर उनके गांव को कहीं और स्थापित किए जाने की मांग है। ग्रामीणों का कहना है कि इस राख की वजह से उनके गांव के बच्चों के रिश्ते होने भी बंद हो गए हैं क्योंकि इस गांव में कोई भी आना पसंद नहीं करता ।
यमुनानगर में थर्मल यूनिट शिलान्यास को लेकर लोगों में काफी उल्लास हैं। लेकिन थर्मल से निकलने वाली राख की वजह से आसपास के कई गांव प्रभावित होते हैं। जहां राख की वजह से उनके खेत और स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है वहीं सड़कों पर आने-जाने में भी उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
यमुनानगर थर्मल प्लांट में 300 मेगावाट के दो यूनिट पहले से कार्यरत हैं। जबकि 800 मेगावाट का एक और यूनिट स्थापित होना है। जिस का प्रधानमंत्री 14 अप्रैल को शिलान्यास करेंगे। लोगों की मांग है कि पानीपत थर्मल पावर प्लांट के पास स्थित गांव खुकराना की तर्ज पर पुनर्वासन किया जाए। गांव में लगभग 300 घर हैं जो कि राख की समस्या से ग्रस्त हैं। उन्होंने बताया कि दैनिक कार्यों में भी थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली राख की वजह से अत्याधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने कहा कि उनकें गांव को किसी अन्य स्थान पर स्थापित कर दें ताकि 300 घरों वाला यह गांव अपना जीवन सुगमता से व्यतीत कर सकें। गांव के लोगों ने कहा कि हमारे गांव को पानीपत थर्मल पावर प्लांट के पास स्थित गांव खुकराना की तर्ज पर पुनर्वासन किया जाए।