खूबसूरत पांवों की करें देखभाल
शरीर भगवान की दी हुई अमानत है। उस अमानत को संजोकर रखना मनुष्य के अपने हाथ में है। यदि हम शरीर की देखभाल ठीक करेंगे तो शरीर भी ठीक रहेगा और मन भी प्रसन्न रहेगा। शरीर को ठीक रखने के लिए उसे साफ सुथरा रखना हमारे हाथ में हैं। शरीर के प्रत्येक अंग की नियमित सफाई रखी जाए तो हम सुन्दर लगते हैं। सारे शरीर की सफाई के साथ-साथ हमें अपने पैरों की सफाई पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए जितना अपने चेहरे की सफाई पर।
खूबसूरत पांव दर्शाते हैं कि आप कितने जागरूक हैं अपनी देखभाल के प्रति। पांव की सुन्दरता को बनाए रखने के लिए ध्यान दें, क्या करें:-
* सोने से पहले पैरों को ताजे पानी से अच्छी तरह धोयें। सर्दियों में पैरों पर वैसलीन या कोल्ड क्र ीम लगाएं।
* एड़ियां फटने पर गुनगुने पानी से धोकर पोंछ कर पैराफिन मोम लगाएं।
* पैरों की उंगलियों के नाखूनों की समय-समय पर शेप बनाते रहें और सप्ताह में एक बार उन्हें काटें। यदि नेल पॉलिश खराब हो रही हो तो उसे साफ कर पुन: लगायें।
* नाखून यदि सख्त हों तो उन्हें काटने से पहले कुछ देर तक गर्म पानी में पैर रखें ताकि नाखून मुलायम हो जायें। उसके बाद काटें।
* समय-समय पर पैरों की मालिश करते रहें। मालिश के लिए जैतून या नारियल का तेल या क्र ीम इस्तेमाल करें। मालिश से पैरों की त्वचा में चमक आती है।
* मालिश करने से पहले पैरों की गंदगी व मृत त्वचा को फुट स्क्रब से साफ कर लें।
* टांगों और पैरों में थकान होने पर फुट बाथ लें। बाल्टी में गुनगुना पानी डालकर उसमें नमक मिला लें। थोड़ी देर के लिए घुटने से नीचे के हिस्से को उस पानी में डाल कर रखें। इससे पैरों की थकान दूर हो जाएगी।
* पैरों पर अनचाहे बाल होने की स्थिति में पैरों पर हेयर रिमूविंग क्र ीम लगाकर बाल हटायें क्योंकि बालों से पैरों की सुन्दरता बिगड़ती है।
* दिन में दो से तीन मिनट तक एक्यूप्रेशर चप्पल पहनें या एक्यूप्रेशर रोलर को पावों के नीचे घुमायें ताकि पैरों का रक्त संचार ठीक रहे।
* प्रात: कुछ देर हरी घास पर नंगे पांव चलें।
* पांवों में दर्द होने पर दो बालटियों में पानी लें। एक में गुनगुना और एक में ताजा। बारी-बारी अपने पांव उस पानी में 2-1 मिनट के अनुपात में रखें। पैरों के हर प्रकार के दर्द में राहत मिलती है।
* पन्द्रह दिन में एक बार पेडीक्योर अवश्य करवायें।
क्या न करें:-
* नंगे पांव फर्श पर अधिक देर न चलें। * रात्रि में बिना पैर साफ किए न सोयें। * चप्पल व जूते कसा हुआ न पहनें।
* पैरों को गंदा न रखें। * हाई हील के जूते लंबे समय तक न पहनें। * नाखूनों की लंबाई अधिक न बढ़ने दें। * सर्दियों और बरसातों में पैरों के प्रति लापरवाही न बरतें। सर्दियों और वर्षा ऋतु में अपनी और पैरों की त्वचा पर अतिरिक्त ध्यान दें।
* अधिक समय तक पैर गीले न रखें। गीले जूते भी अधिक समय तक न पहनें। इससे पैरों की त्वचा गल सकती है। (उर्वशी)



