क्रिकेट-प्रेमियों को कभी नहीं भूलेगा भारतीय टीम द्वारा वर्ष 2017 में किया गया प्रदर्शन

जब नए वर्ष की शुरुआत होती है तो सबकी ओर से अपने और दूसरों के लिए यही उम्मीदकी जाती है कि नया वर्ष खुशियां और अच्छी सौगातें लेकर आए और हर दिन तरक्की वाला हो। यह लाइनें भारतीय क्रिकेट टीम पर पूरी तरह उपयुक्त हैं,क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए वर्ष 2017 पूरा अहम रहा। आए दिन विरोधी टीम को हरा कर जीत अपने देश की झोली में डाली। वर्ष की शुरुआत से ही भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन ने जीतों के लिए रास्ते खोल लिए। इसी वर्ष भारतीय टीम द्वारा जो कारगुज़ारी दिखाई गई है उसने भारतीय टीम के रिकार्ड में विशेष स्थान बना दिया है, क्योंकि टीम ने हारों को भुला कर बहु-संख्या में जीतों को प्राप्त किया है। चाहे 50ओवरों का मैच, चाहे टैस्ट मैच और चाहे टी-20 मैचों की शृंखलाएं हों। हर समय भारतीत टीम ने अपना सिक्का जमाया और सारी शृंखलाएं अपने नाम कीं।वर्ष की शुरुआत इंग्लैंड दौरे से हुई। जहां भारतीय टीम ने अपने जज्बे से इंग्लैंड को उनकी धरती पर हराया, वहां भारतीय टीम ने 5 एक दिवसीय और पांच टी-20 मैचों की शृंखलाएं खेलीं, जिसमें 3-2 से एक दिवसीय मैचों की और 3-2 से ही टी-20 मैचों की शृंखला जीत कर नव वर्ष की खुशियां अपनी झोली में डाल ली। इस उपरांत फरवरी में बंगलादेश के साथ एक टैस्ट मैच खेला, जो 208 रनों के साथ अपने नाम कर लिया। इसके बाद फरवरी-मार्च के दौरान ही भारतीय टीम आस्ट्रेलिया के दौरे पर गई। जहां भारतीय टीम ने अपना विजयी रथ उसी रफ्तार में रखा। यहां आस्ट्रेलियां की टीम के साथ 4 टैस्ट मैचों की शृंखला खेली गई, जिसमें से एक मैच ड्रा हुआ। एक मैच आस्ट्रेलिया ने जीत लिया और बाकी बचे दोनों मैच भारत ने एक 75 रनों के साथ और एक 8 विकटों के साथ जीत कर शृंखला पर कब्ज़ा कर लिया।इसी वर्ष जून महीने के दौरान मिन्नी विश्वकप अर्थात चैम्पियन ट्राफी का टूर्नामैंट इंग्लैंड में करवाया गया, जिसमें भी भारतीय टीम का प्रदर्शन लाजवाब रहा। चाहे इस बार भारतीय टीम इस टूर्नामैंट का खिताब जीतने के बिल्कुल नज़दीक जा कर चूक गई लेकिन फिर भी फाइनल मैच के अलावा बाकी मैचों में प्रदर्शन अच्छा किया। पहला मैच पाकिस्तान के साथ हुआ, जो 124 रनों के साथ जीता। दूसरा मैच श्रीलंका के साथ हुआ,  जिसमें 7 विकेटों के साथ भारतीय टीम ने मैच जीता। तीसरा साऊथ अफ्रीका के साथ, जो 8 विकटों से जीता। चौथा सैमीफाइनल बंगलादेश के साथ हुआ, जो भारतीय टीम ने 9 विकटों के साथ जीता। आखिरी फाइनल मैच पाकिस्तान के साथ हुआ, जिसमें 180 रनों के साथ हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भारतीय टीम वैस्ट इंडीज़ के दौरे पर गई, जहां पांच एक-दिवसीय मैचों की शृंखला हुई।यहां भी भारतीय टीम ने अपना दबदबा कायम रखा। पांच मैचों की शृंखला में एक मैच तो बिना परिणाम के रह गया। बाकी बचे 4 मैचों में  वैस्ट इंडीज़ और3 मैच भारतीय टीम ने जीते, वैस्ट इंडीज़ को उनकी धरती पर हरा कर शृंखला जीत ली। नि:संदेह एक हुए टी-2 मैच में भारतीय टीम वैस्ट इंडीज़ के हाथों से हार गई। लेकिन फिर भी अपने हौसले बुलंद रखे।