लंगर पर न जी.एस.टी. हटाया व न ही हटेगा : रामूवालिया

लुधियाना, 11 जून (पुनीत बावा) : पूर्व केन्द्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य बलवंत सिंह रामूवालिया ने यहां ‘अजीत समाचार’ से विशेष बातचीत करते कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब के लंगर पर न जी.एस.टी. हटाया था व न ही भविष्य में हटेगा। परन्तु यदि किसी को इस बारे में कोई भ्रम या सन्देह है तो वह उनके साथ खुली बहस कर सकता है। स. रामूवालिया ने कहा कि मैं कह रहा हूं कि लंगर पर जी.एस.टी. माफ नहीं हुआ, परन्तु यदि कई लोगों को गुमराह करने के लिए यह कह रहा है कि जी.एस.टी. हट गया है, तो वह उनके साथ किसी भी समय व कहीं भी आकर बहस कर सकता है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों में से केवल सिख धर्म ही एक ऐसा धर्म है, जिसमें गत 500 वर्षों से लगातार नि:शुल्क लंगर चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लंगर पर जी.एस.टी. लगाने के स्थान पर यू.एन. में शामिल 193 को यह बताना चाहिए था कि सिखों ने कितना बड़ा इतिहास बनाया हुआ है। उन्होंने कहा कि अकाली दल नेताओं व सिखों की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा भी लंगर पर जी.एस.टी. समाप्त करने पर केन्द्र सरकार का धन्यवाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंगर पर जी.एस.टी. हटाया नहीं गया, बल्कि ‘सेवा भोजन योजना’ में इसको लाया गया है, जिसके तहत जी.एस.टी. का रिफंड लेने के लिए श्री हरिमंदिर साहिब के सेवादार या सम्बन्धित व्यक्ति को नचारां, सभ्याचारक कार्यक्रम करने वालों, शराब की महफिलें करने वालों व अन्य नृत्य गाने का कार्य करने वालों द्वारा जी.एस.टी. रिफंड लेने के लिए एक कतार में खड़ा होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक सर्वोच्च संस्था श्री हरिमंदिर साहिब में जहां पूरी दुनिया से लोग आकर माथा टेकते हैं, उस स्थान के सेवादार को अब सभ्याचारक क्लर्क के पास जाकर अपनी फाईल चैक करवानी पड़ेगी, जिसके बाद ही जी.एस.टी. रिफंड लेने की प्रक्रिया आरम्भ होगी।