बाल कलाकार आयशा विंधरा की ‘जीजी मां ’ में होगी एंट्री 

महज 5 साल की उम्र में ही अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने वाली बेहद प्यारी और प्रतिभाशाली बाल कलाकार आयशा विंधरा की शो जीजी माँ में एंट्री होने वाली है। शो में वह ‘चिकू’ नाम की बच्ची की भूमिका निभाएंगी जिसके बारे में रावत परिवार का बच्चा होने का दावा किया जाता है। बच्ची को रावत हाउस के बाहर हाथ में एक पत्र के साथ छोड़ा दिया जाता है जिसमें ये बात लिखी होती है कि वह रावत परिवार से संबंधित है और उन्हें उसे स्वीकार करना होगा और भविष्य का ख्याल रखना होगा। बाल कलाकार के तौर पर आयशा ने उड़ान में रक्षा की भूमिका, मिटेगी लक्ष्मण रेखा में छह महीने तक मिष्टी के रूप सेकेंड लीड और सिद्धि विनायक में जूही की भूमिका निभाई है। इन शोज के साथ ही आयशा जीजी माँ में अपने नए किरदार के लिए समय के साथ सामंजस्य बैठा रही हैं। सिर्फ  टेलीविजन ही नहीं बल्कि 5 साल की यह बच्ची 50 ब्रांडों के लिए प्रिंट शूट के अलावा विज्ञापन भी कर रही है।  इतनी कम उम्र में ही आयशा लंबा सफर तय कर चुकी हैं। निश्चित तौर पर वे इंडस्ट्री की शाइनिंग स्टार हैं। सेट से सूत्रों ने बताया कि आयशा एक बहुत ही पेशेवर कलाकार हैं। वे अपने सभी शॉट्स को एक बार में ही देने की कोशिश करती हैं। 
मुझे अभी लम्बा सफर तय करना है 
सुदेश बेरी
मूल रूप से आप कहाँ से संबंध रखते हैं?
-मूल रूप से मैं पंजाब से हूँ। मैं उत्तर भारतीय हूँ। हालाँकि मैं बॉम्बे में पैदा हुआ और यहीं बड़ा हुआ। विभाजन के बाद मेरे पूर्वज मुंबई चले आए। 
मुस्कान में अपने किरदार के बारे में कुछ बताइए ?
-मुझे शो में ‘सरजी’ के रूप में जाना जाएगा। मेरे किरदार को अब तक नाम नहीं दिया गया है। मैं शो में दिखाए गए वेश्यालय का मालिक हूँ। मैं नकारात्मक किरदार के रूप में दिखूँगा जो उस समय फैसला करेगा जब उसे पता चलता है कि ‘मुस्कान’ नाम की एक लड़की घर में छिपी हुई है।
 शो को लेकर आपके क्या विचार हैं ?
-शो का कंटेंट कमाल का है जो अच्छे बदलाव के लिए समाज के दोहरे मापदंड को दिखाता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए शो के कंटेंट में नाचने वाली महिलाओं के जीवन और उनके पेशे पर खास फोकस किया गया है। कोई पेशा अच्छा या बुरा नहीं होता। मुझे लगता है कि शो को अच्छा रिस्पॉंस मिल रहा है और कंटेंट के मामले में दमदार है। 
आप किस तरह का रोल करना पसंद करते हैं ?
-मैं पेशेवर और जुनूनी तौर पर एक कलाकार हूँ। और एक कलाकार चुनने वाला नहीं हो सकता। मेरे पास जो भी किरदार आते हैं उसमें मैं ढ़ल जाता हूँ। और मैं उतना अभिनय करना चाहूंगा जितना मैं कर सकता हूँ। हम सीखने और नए अनुभव के लिए कभी बूढ़े नहीं होते।
आपके द्वारा निभाया गया बेस्ट किरदार कौन है ?
-सभी किरदार मेरे दिल के करीब हैं। और भगवान के आशीर्वाद से दर्शकों ने सभी पात्रों को बहुत पसंद किया है। ‘अंश’ नाम की एक फिल्म में मैं सनी देओल के दोस्त का किरदार निभा रहा था, मुझे वह किरदार बहुत पसंद है। 1998 में ‘सुराग’ में मैंने इंस्पेक्टर भारत के किरदार का लुत्फ  उठाया। मैं 43 फिल्म पुराना हूँ और मुझे अभी लंबा सफर तय करना है। बिग बी (अमिताभ बच्चन) मेरी प्रेरणा हैं।