इतिहास की किताब बारे नया कारनामार् अंग्रेज़ी एवं पंजाबी के चैप्टर आपस में भी नहीं मिलते


जालन्धर, 14 अगस्त (मेजर सिंह): साढ़े चार महीने की प्रतीक्षा के पश्चात् 11वीं कक्षा के इतिहास के पाठ्यक्रम का पहला पंजाबी चैप्टर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने आज जारी किया है, परन्तु यह चैप्टर पहले अंग्रेज़ी में जारी किए चैप्टर से काफी भिन्न भी है। इस चैप्टर में काफी गलतियां भी हैं। पता चला है कि स्कूल शिक्षा बोर्ड पंजाब स्कूली शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम अंग्रेज़ी में तैयार करवाता है और फिर पंजाबी में अनुवाद किया जाता है। शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि मुद्दा यह है कि पंजाब के 90 प्रतिशत विद्यार्थी पंजाबी माध्यम पढ़ने वाले हैं और उनके लिए पाठयक्रम अंग्रेज़ी में तैयार किया जाता है। 11वीं के जारी चैप्टर ‘सिंधु घाटी की सभ्यता’ की भूमिका में अंग्रेज़ी में 7 नम्बर पर शब्द डैकलीन (पतन) लिखा है, परन्तु पंजाबी में ‘पतन एवं देन’ लिखा है। अंग्रेज़ी एवं पंजाबी में बहुभांति प्रश्न, खाली स्थान भरो, सही-गलत प्रश्न आदि अनुवाद की बजाये बहुत से अलग-अलग हैं। फिर प्रश्नों की संख्या भी ज्यादा-कम है। प्रश्न उठता है कि एक पाठ्यक्रम अंग्रेज़ी एवं पंजाबी के लिए अलग-अलग कैसे हो गया। उदाहरण के रूप में पृष्ठ 10 पर छोटे उत्तरों वाले प्रश्नों की गिनती पंजाबी में 11 एवं अंग्रेज़ी में 17 है। इसी तरह बड़े उत्तरों वाले प्रश्न पंजाबी में 9 एवं अंग्रेज़ी में 7 हैं। यदि चैप्टन एक है तो प्रश्नों की संख्या कम-ज्यादा क्यों? पंजाबी के भाग-अ में छोटे प्रश्नों के उत्तरों वाले प्रश्न में 11 नम्बर प्रश्न है कि ‘सिंधू घाटी की सभ्यता की धार्मिक देन क्या थी’ परन्तु कमाल की बात है कि इसका अंग्रेज़ी भाग में प्रश्न है कि ‘क्या सिंधु घाटी की सभ्यता का पतन अचानक हुआ था’ इसके आगे ‘एक वाक्य वाले छोटे प्रश्न’ के भाग में पंजाबी में प्रश्न है कि ‘किस भारतीय ने सबसे पहले मोहनजोदड़ो की खुदवाई की थी’? परन्तु अंग्रेज़ी में यह प्रश्न है कि ‘उन दो भारतीयों के नाम बताओ जिन्होंने हड़प्पा एवं मोहनजोदड़ो की सबसे पहले खुदवाई की थी’। इसी तरह 11 नम्बर पर पंजाबी में प्रश्न है ‘सिंधु घाटी के लोगों से कौन-कौन से देशों का सम्पर्क था?’ परन्तु इसी नम्बर पर अंग्रेज़ी में प्रश्न है कि ‘सिंधु घाटी सभ्यता के तीन मुख्य पड़ावों बारे जानकारी दो’ मानचित्र वाले भाग में 9 स्थानों के नाम लिखकर नक्शे में पांच स्थान दिखाने के लिए कहा है, जबकि अंग्रेज़ी में किसी स्थान का नाम नहीं है। अनुवाद में इतना अन्तर कैसे हो गया। यह बात किसी को भी समझ नहीं आ रही।