ऐसे सुधारें बच्चों की बुरी आदतें

बच्चा आखिर बच्चा होता है। उसे क्या पता कि सही क्या है और गलत क्या। इस बात को हर कोई जानता है। फिर भी कुछ बच्चे गलत आदतें सीख कर अपना भविष्य बर्बाद कर लेते हैं तो कुछ सही आदतें सीखकर महान कार्य कर जाते हैं। मां होने के नाते आपका दायित्व है कि आपका बच्चा अच्छी आदतें सीखकर एक होनहार इन्सान बने। इसके लिए ज़रूरी है कि आप उसकी भावनाओं को समझें और बुरी आदतें छुड़ाकर सही मार्गदर्शन करें— यदि आपके बच्चे को खेल में ज्यादा रुचि है तो उसे उस खेल विशेष (जिसमें वह ज्यादा कुछ कर सकता है) के प्रति प्रोत्साहित करें ताकि वह एक अच्छा खिलाड़ी बन सके। जो बच्चे टी.वी. देखने के शौकीन हैं उन्हें भयानक, डरावने एवं अश्लील चलचित्रों के बजाय शिक्षाप्रद कार्यक्रम दिखायें। यदि आपका बच्चा गाने की नकल या अभ्यास करता हो तो बाद में जाकर वह एक अच्छा गायक बन सकता है। सिनेमा के डॉयलाग हू-ब-हू दोहराना, नृत्य और अभिनय में रुचि तथा फिल्मों एवं कलाकारों के बारे में जानने की तीव्र इच्छा रखने का साफ मतलब है कि आपका बच्चा बड़ा होकर अभिनय करना चाहता है। कहानी, कविता या चित्रकारी में रुचि दिखाने वाले बच्चे बाद में जाकर अच्छे साहित्यकार या चित्रकार बन सकते हैं।  यहां सिर्फ इतना समझाने का प्रयास किया गया है कि यदि आपका बच्चा कोई ऐसी आदत पकड़ ले तो उसे सही मार्गदर्शन कर उसी क्षेत्र में सफलता दिलाई जा सकती है। आपके बच्चे में इसके अलावा अन्य ऐसी आदतें हो सकती हैं जो उसे सही राह से भटकाने वाली हों। ऐसी स्थिति में सर्वप्रथम उसे प्यार से समझाएं। उन्हें यह बतलाएं कि जो राह वह चल रहा है, वह सही नहीं है। यदि फिर भी वह नहीं मन रहा तो उसकी रुचि को देखते हुए उसका सही मार्गदर्शन करते हुए उज्ज्वल भविष्य की तलाश करें। अत: यदि आपको शिकायत है कि आपका बच्चा टी.वी. देखने, क्रिकेट खेलने या फिर पेंटिंग बनाने में समय बर्बाद करता है तो चिंतित न हों। हो सकता  है कि उसकी सही आदत भविष्य में उसे सफलता के शिखर तक पहुंचा दे।

—चन्द्रशेखर आज़ाद