कैसे करें मनपसंद करियर का चुनाव?

तेजी से बढ़ती जनसंख्या और बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में खुद को किसी क्षेत्र विशेष में फिट करना सबसे महत्वपूर्ण सवाल बनकर सामने आ खड़ा होता है और युवा इसमें सबसे ज्यादा पिसते हैं। वास्तव में दिक्कत यह है कि नौकरियां बहुत हैं; लेकिन सही व्यक्ति की तलाश अब तक जारी है। परिणामस्वरूप बेरोजगारी बढ़ रही है। सवाल है ऐसी स्थिति में आप क्या करेंगे? जाहिर है नौकरी की तलाश करेंगे। लेकिन इससे पहले यह जानना आवश्यक है कि हमारे लिए कौन-सा क्षेत्र बेहतर साबित होगा? सबसे पहले यह जानें कि रोजगार के विभिन्न स्तर क्या-क्या हैं? ये हैं- न्यूनतम दक्षता वाले कार्य, दक्षता वाले कार्य व ट्रेडस, मध्यम स्तर की नौकरियां, व्यावसायिक/प्रबंधकीय कार्य, स्वतंत्र व्यवसाय/वरिष्ठ प्रबंधकीय कार्य। अब आपको यह सुनिश्चित करना है कि आप इसमें से किस क्षेत्र में जाना पसंद करेंगे। न्यूनतम दक्षता वाले कार्य में काम को इस तरह विभिजित किया जाता है कि गैर शिक्षित शख्स भी इसमें खुद को काबिल समझ सके। दरअसल इस श्रेणी में विशेष शैक्षिक योग्यता या प्रशिक्षण की जरूरत नहीं होती। प्राथमिक स्तर का आवश्यक प्रशिक्षण काम करते हुए हासिल हो जाता है। इस तरह की नौकरी प्राप्त करने में कुछ अल्पकालिक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। ये पाठ्यक्रम सामान्यत: 3 से 6 महीने के होते हैं। इनमें जैसे ऑफिस असिस्टेंट, सहायक एकाउंटेंट, सहायक लिपिक, वेटर, ड्राइवर, सिनेमाघर में प्रोजेक्टर चलाने वाले आदि काम इस वर्ग में आते हैं। इसके बाद उन लोगों का नंबर आता है जो दक्षता वाले कार्य करने में खुद को काबिल पाते हैं। मूल रूप इसमें प्रशिक्षित लोगों को शुमार किया जाता है। समान्यत: इस श्रेणी के लोग अपने काम में न सिर्फ  दक्ष होते हैं बल्कि साथ में कई काम आसानी से कर सकने में सक्षम होते हैं। इसमें टाइपिस्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर, मोटर मेकैनिक, हेयर ड्रेसर, इलेक्ट्रिक मेकैनिक आदि तरह के पेशे शामिल हैं। इस तरह के पेशे से जुड़ने के पहले कोर्स करना आवश्यक होता है। यही नहीं इसमें न्यूनतम शैक्षिक योग्यता दसवीं/बारहवीं है।  दरअसल यहां काम में एक्सपर्ट होना पहली वरीयता में रखा जाता है। इस तरह के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए शैक्षिक योग्यता बारहवीं पास है। इसमें सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, मेकैनिकल इंजीनियरिंग, जर्नलिस्ट, ट्रैवल एजेंट, शिक्षक, फोटोग्राफर आदि आते हैं। कहने का मतलब यह है कि सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा इसी श्रेणी में मौजूद है। स्वतंत्र व्यवसाय/वरिष्ठ प्रबंधकीय कार्य में ऐसे लोग शुमार होते हैं जो वकील, कंपनी के प्रबंध निदेशक, मनोचिकित्सक, न्यायाधीश, डॉक्टर, प्रोफेसर, तकनीकी परामर्शदाता, कंपनी सेक्रेटरी आदि कार्य आते हैं।    

                      
   -कीर्तिशेखर