कांग्रेस की पहली हिंदू-अमरीकी सदस्य होने का गर्व  

वॉशिंगटन, 28 जनवरी (भाषा)  : अमरीकी कांग्रेस की सदस्य तुलसी गबार्ड ने उन आलोचकों को करारा जवाब दिया है जो राष्ट्रपति चुनावों के लिए डेमोक्रेटिक दावेदार पर एक च्च्हिंदू राष्ट्रवादी’’ होने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गैर-हिंदू नेताओं से कुछ भी न पूछने और अमेरिका के लिए उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाना च्च्दोहरे मापदंड’’ को दिखाता है जो सिर्फ च्च्धर्मांधता’’ से ही पैदा होता है। अमरीकी कांग्रेस में चुनी गईं पहली हिंदू महिला, गबार्ड ने रविवार को ‘रिलिजियस न्यूस सर्विसेज’ में एक संपादकीय में उनके, समर्थकों एवं दानकर्ताओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की व्याख्या, च्च्हिंदू अमेरिकियों की प्रोफाइलिंग करने एवं उन्हें निशाना बनाए जाने और बिना किसी आधार के उन्हें परेशान किए जाने’’ के रूप में की है। 37 वर्षीय गबार्ड ने 11 जनवरी को घोषणा की थी कि वह 2020 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी में दावेदारी पेश करेंगी।  इस तीखे लेख में गबार्ड ने खुद को हिंदू राष्ट्रवादी बताए जाने के आरोपों की ओर इशारा किया। उन्होंने पूछा, च्च्कल क्या मुस्लिम या यहूदी अमेरिकी कहोगे। जापानी, लातिन अमेरिका या अफ्रीकी अमेरिकी कहोगे?’ गबार्ड ने कहा, च्च्मेरे देश के प्रति मेरी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाना वहीं गैर-हिंदू नेताओं पर कोई सवाल नहीं करना, दोहरे मापदंड को स्पष्ट करता है जो केवल एक बात में निहित हो सकती है : ‘धार्मिक भेदभाव’। मैं हिंदू हूं और वे नहीं।’

#तुलसी गबार्ड