गेहूं सहित मक्की-बाजरे में और मंदा : उड़द-तुवर भी लुढ़के

नई दिल्ली, 3 मार्च (एजेंसी): गत सप्ताह गेहूं में स्टॉक के माल तेजी से निकलने लगे क्याेंकि एक माह बाद नई फसल आ जाएगी तथा सरकार की बिक्री भी जोरों पर चल रही है क्योंकि एक अप्रैल से नये विपणन वर्ष के लिए खरीद हेतु धर्मकांटे लग जाएंगे। इसके अलावा मक्की में स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण बिकवाली आने से 70/80 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा आ गया। हैफेड के बिक्री टेण्डर से बाजरे में भी 20/25 रुपए का मंदा आ गया। दलहनों में उड़द, रुके हुए कंटेनर रिलीज हो जाने से 100 रुपए लुढ़क गयी। तुवर में भी दाल की बिक्री ठंडी पड़ जाने से 100 रुपए का मंदा आ गया। जबकि अन्य दलहनों में मिला-जुला रुख रहा। आलोच्य सप्ताह उत्तर भारत में छिटपुट बरसात चौतरफा रही, जिससे गेहूं की फसल को अभी भी लाभ मिल रहा है। मौसम का तापमान पूरे फरवरी 20 डिग्री से कम रहने से इस बार पिछैती फसल के भी दाने पुष्ट होने की संभावना बढ़ गयी है तथा जनवरी से पहले के प्रतिकूल मौसम की पूर्ति दो महीने में हो गयी है। एक महीने बाद नये गेहूं की आवक शुरू हो जाएगी, जिससे सरकार 10 लाख टन अतिरिक्त बेचने की योजना बना रही है। इससे पहले साप्ताहिक टेण्डर में गेहूं 1950 रुपए प्रति क्विंटल एक्स हरियाणा गोदामों से सूचारू रूप से उठ रहा है। इसे देखकर स्टॉक के गेहूं भी निकलने के चलते 15 रुपए घटकर मिल क्वालिटी गेहूं लारेंस रोड पर 2070/2085 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। इसके अलावा मक्की स्टॉकिस्टों की घबराहटपूर्ण बिकवाली आने से 70/80 रुपए और गिरकर राजपुरा पहुंच में 2100 रुपए नेट में एवं पानीपत-सफीदों दो प्रतिशत सीडी में बिक गया। बाजरा भी हैफेड का टेण्डर 12500 टन के करीब 1775 रुपए एक्स हरियाणा के गोदामों से बिक्री हेतु होने के कारण 25 रुपए घटकर 2075 रुपए मोली बरवाला रह गया। यहां भी 1835/1840 रुपए पर बाजार दब गये। दलहनों में उड़द लगभग छह महीने से चेन्नई पोर्ट पर 1500 कंटेनर सरकारी प्रतिबंध के चलते फंसी थी, उसे न्यायालय द्वारा इन्वाइस वैल्यू पर 10  प्रतिशत जमा करके छोड़ने का आदेशा दे दिया गया, जिसके चलते 100 रुपए गिरकर एफएक्यू 4450 एवं एसक्यू 5450 रुपए रह गयी। तुवर भी दाल की बिक्री कमजोर होने से 4950 रुपए पर 100 रुपए घट गयी।