ग्राहकी का समर्थन न मिलने से सरिया-एंगल-चैनल-गॉर्डर लुढ़के

नई दिल्ली, 24 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह बढ़े हुए भाव पर ग्राहकी का समर्थन न मिलने से लोहा-इस्पात कम्पनियों ने औसतन सरिये के भाव 1200 रुपए प्रति टन घटा दिये। कुछ कम्पनियों ने 1800/2000 रुपए भी घटाकर व्यापार किया। इसके साथ-साथ गॉर्डर, चैनल एवं टी-आयरन के भाव भी 700/800 रुपए घटाकर बेचने पड़े तथा इन भाव में भी नकद भुगतान में व्यापार नहीं हुआ। आलोच्य सप्ताह कच्चे माल का दबाव देशी-विदेशी माल का मंडियों में बढ़ जाने से निर्माता कम्पनियों का भुगतान उधर खिंच गया। दूसरी ओर बढ़े हुए भाव में रीयल एस्टेट की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ जाने से निर्माता कम्पनियों को सरिये के भाव 1200/1300 रुपए प्रति टन घटाने पड़े। कामधेनु सरिया 1100/1200 रुपए गिरकर 12-एमएम का 50400 रुपए एवं 8-एमएम का 53100 रुपए प्रति टन रह गया। इसी अनुपात में बिड़ला टीएमटी एवं केवीएस टीएमटी के भाव भी 1200/1300 रुपए नीचे आ गये। दूसरी ओर ग्राहकी के अभाव में अम्बा शक्ति 500-डी एवं 500 क्वालिटी के भाव भी 2000 रुपए प्रति टन नीचे आ गये। व्यापारियों का कहना है कि रीयल एस्टेट के साथ-साथ सरकारी व गैर-सरकारी अन्य खपत वाले उद्योगों की मांग अनुकूल नहीं है।  दूसरी ओर कच्चे माल टूटने से कम्पनियों की रकम वहां फंस गयी है जिससे बाजार दबा हुआ है। इसके साथ-साथ एंगल में भी 700 की गिरावट पर कैपिटल 47400 रुपए, केवीएस 49500/49900 रुपए एवं बिड़ला 48600 रुपए प्रति टन जीएसटी पेड रह गये। राना भी 44800 पर 700 रुपए घटाकर जीएसटी अतिरिक्त बोला गया।