एलएमई में मंदे से कॉपर-पीतल-निकिल-टिन इंगट लुढ़के

नई दिल्ली, 10 मार्च (एजेंसी): लंदन मैटल एक्सचेंज में गत सप्ताह छोटे-बड़े सटोरियों की हर भाव में अलौह धातुओं की बिकवाली बनी रही, जिसके चलते कॉपर 112 डॉलर, निकिल 129 डॉलर एवं टिन इंगट 241 डॉलर प्रति टन लुढ़क गये। इसके प्रभाव से घरेलू मंडियों सहित अन्य एशियाई देशों के बाजारों में भी अधिकतर अलौह धातुओं में मंदे का दौर बना रहा। यहां टिन इंगट एवं निकिल 14/15 रुपए गिर गये। कॉपर, पीतल एवं गन मैटल में भी 8/9 रुपए किलो का मंदा आ गया। मार्च क्लोजिंग के चलते अभी बाजार बढ़ने के आसार नहीं हैं। आलोच्य सप्ताह एलएमई में लगातार बिकवाली का प्रेशर बनने से कॉपर 112 डॉलर गिरकर 6437 डॉलर प्रति टन पर आ गया। दूसरी ओर मार्च क्लोजिंग के चलते लोकल भट्ठियों की मांग यहां घट गयी। औद्योगिक कम्पनियां तैयार माल बिक्री के हिसाब से ही कॉपर खरीद रही थी, जिसके चलते 8 रुपए गिरकर आरमेचर 439 रुपए एवं पट 434 रुपए प्रति किलो रह गये। इधर जामनगर मंडी में पीतल का काफी बाजार गिर जाने से पुणे व हैदराबाद लाइन का माल का प्रेशर यहां बढ़ गया, जिसके चलते 8 रुपए लुढ़ककर पीतल पुर्जा 323 रुपए एवं चादरी देशी 327 रुपए रह गये। हनी में भी 6 रुपए की गिरावट पर 333 रुपए का व्यापार हुआ। इसके साथ-साथ गन मैटल भी 5 रुपए गिरकर लोकल 342 रुपए, मिक्स 346 रुपए एवं जालंधर क्वालिटी का 354 रुपए पर आ गया। टिन इंगट एलएमई में  241 डॉलर गिरकर 21496 डॉलर प्रति टन पर आ गया। इसके साथ-साथ बाजारों में रुपए की भारी तंगी आ जाने से यहां आयातक बिकवाली में आ गये। फलत: 14 रुपए गिरकर इंडोनेशिया का टिन इंगट 1808 रुपए रह गया। निकिल भी लगातार एलएमई के मंदे समाचार आने से 15 रुपए की गिरावट पर रसियन प्लेट 980/990 रुपए बोली गयी। इंको के भाव भी पांच रुपए घटाकर बोले गये। एल्यूमीनियम में भी  बड़ी कम्पनियों द्वारा भाव घटा दिये जाने से एक रुपया विभिन्न स्क्रैप में निकल गये।