देश व पंजाब को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना हो मुख्य लक्ष्य

आज, 26 जनवरी के पावन अवसर पर मैं आप सभी को 76वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। यह दिन हम सभी के लिए गर्व और उल्लास का दिन है। यह वह दिन है, जब हमारे देश का संविधान लागू हुआ और भारत एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणराज्य राष्ट्र बना।
गणतंत्र दिवस हमें हमारे संविधान के उन आदर्शों की याद दिलाता है, जो न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आधार पर समाज का निर्माण करते हैं। यह उन महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का स्मरण करने का दिन है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना हमें आज़ादी दिलाई और हमारे देश को नई दिशा दी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाष चन्द्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, पं. जवाहर लाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद और लाखों भारतवासियों ने भारत को आज़ादी दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इन सभी को मैं नमन करता हूं। शहीद भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, करतार सिंह सराभा, मदन लाल ढींगरा, लाला लाजपत राय, गदरी बाबे और ऐसे ही अन्य कई स्वतंत्रता सेनानी आज़ादी के आंदोलन में शहीद हुए थे। इन सभी शहीदों को भी नमन करते हुए मैं उनका स्मरण करता हूँ। 
आज इस अवसर पर मैं संविधान सभा के सभी सदस्यों का भी पुण्य स्मरण करता हूं। हमारा देश डॉ. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का सदैव ऋणी रहेगा, जिन्होंने प्रारूप समिति की अध्यक्षता की और संविधान को अंतिम रूप देने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस वर्ष के गणतंत्र दिवस का विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ है जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की साल-दर-साल प्रगति को दर्शाता है।
भारत लोकतंत्र की जननी है और इसकी सबसे बड़ी ताकत इसकी सुदृढ़ लोकतांत्रिक संरचना है। यह लोकतंत्र केवल एक राजनीतिक व्यवस्था नहीं है, बल्कि यह भारत की आत्मा और उसकी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, जहां विविधता में एकता की भावना को संरक्षित करते हुए हर नागरिक को अपने अधिकार और कर्त्तव्य निभाने का अवसर मिलता है। यह लोकतांत्रिक प्रणाली ही वह नींव है, जिस पर ‘विकसित भारत-2047’ का सपना साकार होगा।मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर पंजाब की विकास प्रगति और उपलब्धियों को प्रस्तुत करने का अवसर मिला है। पंजाब जिसे गुरुओं, देशभक्तों और बलिदानियों की भूमि कहा जाता है, यहां के लोगों ने हमेशा आपसी भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश की है।
पंजाब वह राज्य है जिसने देश के कठिन समय में लाल बहादुर शास्त्री के ‘जय जवान जय किसान’ के नारे को साकार करने में सबसे अग्रणी भूमिका निभाई। विशेष रूप से पंजाब के किसानों ने न केवल अपने कृषि उत्पादन में क्रांतिकारी वृद्धि की, बल्कि पूरे देश को खाद्यान्न संकट से उबारते हुए खाद्य भंडारण में आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दिया। कठिन से कठिन समय में भी पंजाब के किसानों ने अपनी मेहनत और समर्पण से देश के लिए खाद्य अधिशेष पैदा किया, जो उनके परिश्रम और कुशलता का प्रमाण है।
विकसित भारत 2047 की परिकल्पना में पंजाब की भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। पंजाब न केवल कृषि और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि औद्योगिक, सांस्कृतिक और सामाजिक प्रगति में भी इसका योगदान अद्वितीय है।
आज के इस विशेष अवसर पर सबसे पहले मैं पंजाब सरकार को विशेष रूप से हार्दिक बधाई देना चाहता हूं, जिसने बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर द्वारा बताए गए संवैधानिक मूल्यों और आदर्शों को आत्मसात करते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी पंचायत तथा स्थानीय निकाय चुनाव सुनिश्चित किए जिससे ग्रामीण एवं शहरी विकास को गति मिलेगी।
पंजाब, जो लम्बे समय से देश की खाद्य सुरक्षा का आधार स्तंभ रहा है, जिसने न केवल कृषि उत्पादन में अपनी श्रेष्ठता बनाए रखी है, बल्कि जल संरक्षण, जैविक खेती और फसल विविधीकरण जैसे आधुनिक उपायों को अपनाकर कृषि क्षेत्र को अधिक टिकाऊ और लाभप्रद बना रहा है। 
राज्य सरकार के प्रयास स्वरूप राज्य में 72 प्रतिशत नहरी पानी सिंचाई के लिए प्रयोग किया जा रहा है जो कुछ वर्ष पहले तक 21 प्रतिशत था। इसके अलावा राज्य की लगभग 2 लाख एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए राज्य में 150 किलोमीटर लम्बी ‘मालवा नहर’ के निर्माण कार्य की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। 
पंजाब की शिक्षा के क्षेत्र में भी उपलब्धियां अत्यंत सराहनीय रही हैं। पंजाब सरकार ने ‘पंजाब शिक्षा क्रांति’ की शुरूआत की है जिसके तहत 118 सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को स्कूल ऑफ  एमिनेंस में बदला जाएगा। सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं की नामांकन दर में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, शिक्षकों और प्राचार्यों को नई तकनीकों और कौशल में दक्षता हासिल करने के लिए विदेशों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 
यह अत्यंत हर्ष और गर्व का विषय है कि पंजाब सरकार ने प्रदेश की बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 118 स्कूल ऑफ  एमिनेंस और 17 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों की छात्राओं के लिए परिवहन सुविधाएं शुरू की हैं।इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का क्रियान्वयन पंजाब के उच्च शिक्षा संस्थानों को नए युग की आवश्यकताओं के अनुरूप बदलने और उन्हें देश का अग्रणी शिक्षा केंद्र बनाने में मदद करेगा। यह नीति न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करेगी, बल्कि राज्य को ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए भी तैयार करेगी।
पंजाब सरकार ने पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। गणतंत्र दिवस न केवल उत्सव का दिन है, बल्कि यह अपने कर्त्तव्यों और ज़िम्मेदारियों को पूरा करने का भी दिन है। हमें अपने संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए एक सशक्त एवं समृद्ध भारत के निर्माण के लिए कार्य करना है।
अंत में मैं अपने सैनिकों को सलाम करता हूं, जो कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। मैं एक बार फिर आपको गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देता हूं और आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। आइए, इस गणतंत्र दिवस पर प्रतिज्ञा करें कि हम पंजाब और देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में योगदान देंगे।
धन्यवाद, जय हिन्द!

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