बच्चो, बताओ पानी में संतरा डूबेगा या तैरेगा ?
बच्चो! आज मैं आपको बहुत ही आसान व मज़ेदार तरीके से बायोंसी (उछाल) और डेंसिटी (घनत्व) के बारे में समझाऊंगा। लेकिन उससे पहले मेरा एक सवाल है- मेरे हाथ में जो यह संतरा देख रहे हैं, इसे अगर मैं पानी से भरे इस जग में डालता हूं तो क्या होगा? क्या यह संतरा पानी में डूबेगा या तैरता रहेगा? क्या कहा? कुछ बच्चे कह रहे हैं कि डूब जायेगा और कुछ कह रहे हैं कि तैरता रहेगा। इसका मतलब यह है कि सब अंदाज़ा लगा रहे हैं, सही बात किसी को भी मालूम नहीं है। चलिए, संतरे को ही पानी में डालकर देखते हैं कि किसका अंदाज़ा सही निकलेगा।
लीजिये, मैंने संतरा पानी में डाल दिया। अरे यह क्या... यह तो चमत्कार हो गया... संतरा पानी में डूबा नहीं और यह तैर रहा है। क्या आपको मालूम है कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या कहा, नहीं। कोई बात नहीं। मैं आपको समझाता हूं। लेकिन उससे पहले यह याद रखें कि जब आप इस प्रयोग को अपने घर पर करें तो यह सुनिश्चित कर लें कि जग या जार में संतरे को पूरा डुबोने के लिए पर्याप्त पानी हो।
दरअसल, यह प्रयोग बायोंसी और डेंसिटी के वैज्ञानिक सिद्धांत प्रदर्शित करता है। जब आप किसी चीज़ को फ्लूइड (इस मामले में पानी) में डालते हैं तो उसके वज़न का विरोध करते हुए फ्लूइड अपवर्ड फोर्स (ऊपर की ओर बल) लगाती है, जिसे बायोंसी कहते हैं। दूसरी ओर डेंसिटी ऑब्जेक्ट (चीज़) का मास (भार) प्रति यूनिट वॉल्यूम होती है। जब मैंने संतरे को पानी में डाला तो उसने अपवर्ड बॉयन्ट फोर्स को अनुभव किया जोकि उसके द्वारा डिसप्लेस (विस्थापित) किये गये पानी के वज़न के बराबर था। चूंकि बॉयन्ट फोर्स संतरे के वज़न से अधिक था, इसलिए वह तैरने लगा। यह आर्कमिडीज के सिद्धांत के अनुसार है, जिसमें कहा गया है कि किसी तरल पदार्थ में डूबे हुए शरीर पर ऊपर की ओर लगाया जाने वाला उत्पलावन बल, चाहे वह पूरी तरह से हो या आंशिक रूप से, उस तरल पदार्थ के भार के बराबर होता है, जिसे शरीर विस्थापित करता है।
संतरा इसलिए भी तैरा क्योंकि उसकी औसत डेंसिटी पानी से कम है। अगर आप वस्तु के मास को उसकी वॉल्यूम से भाग दे देंगे तो उसकी डेंसिटी निकल आयेगी। इस मामले में संतरे की डेंसिटी उसकी दोनों मास व वॉल्यूम से प्रभावित है। अगर संतरे की डेंसिटी पानी से अधिक होती तो वह डूब जाता, तैरता नहीं। संतरा इसलिए तैरा क्योंकि उसकी डेंसिटी पानी से कम थी।
अब आगे बढ़ते हैं। देखो, मैंने संतरे को पानी से निकालकर छील दिया है और अब इस बिना छिलके के संतरे को फिर से पानी में डाल रहा हूं। अरे, यह क्या? बिना छलके के तो संतरा पानी में डूब गया। क्यों? चूंकि छिलका हटाने से उसकी कुल बायोंसी कम हो गई। संतरे के छिलके में एयर के छोटे-छोटे पॉकेट्स होते हैं, जिससे उसकी डेंसिटी पानी से कम हो जाती है। छिलकायुक्त संतरे में यही एयर पॉकेट्स फल की कुल बायोंसी में योगदान देते हैं, जिससे वह तैरने लगता है। बिना एयर पॉकेट्स वो छिलके के संतरे की डेंसिटी पानी से अधिक हो जाती है और वह डूब जाता है। ध्यान रहे कि संतरे के साइज़ पर भी निर्भर करता है कि वह तैरेगा या डूबेगा।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर