देश की चार टीमों के कप्तान बने पंजाबी
पंजाबियों की बल्ले-बल्ले
भारतीय खेल इतिहास में शायद यह पहला मौका है, जब देश की चार टीमों की बाग-डोर पंजाबियों के हाथ में है। इनमें शुभमन गिल (क्रिकेट), हरमनप्रीत सिंह (हॉकी), गुरप्रीत सिंह संधू (फुटबाल) और हरमनप्रीत कौर (क्रिकेट) के नाम शामिल हैं।
25 साल 258 दिन की आयु में भारतीय क्रिकेट टेस्ट टीम के कप्तान बनने वाले शुभमन गिल का संबंध पंजाब के फाज़िल्का ज़िले से है। वैसे तो उनका परिवार काफी समय से मोहाली में रह रहा है। वह टेस्ट के 5वें सबसे कम आयु के कप्तान बने हैं। शुभमन गिल का जन्म 8 सितम्बर 1998 को फाज़िल्का ज़िले के गांव जैमल सिंह वाला में पिता लखविंदर सिंह के घर एक किसान परिवार में हुआ। लखविंदर सिंह का क्रिकेट के प्रति जुनून हद से भी ज्यादा था और उसके दोनों बच्चे बेटा शुभमन गिल और बेटी शहनीत गिल क्रिकेट की ओर आकर्षित थे। बच्चों की अधिक दिलचस्पी को देखते हुए पिता सन् 2007 में पंजाब क्रिकेट स्टेडियम के निकट मोहाली आकर रहने लगे ताकि बच्चों को क्रिकेट की बारीकियों की अच्छी सिखलाई मिल सके। जब शुभमन गिल अभी 12 वर्ष का था तो तब उसको पंजाब की अंडर 14 वर्ष टीम में चुना गया था। इसके बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसने 2019-20 में दलीप ट्राफी के तीन मैचों की कप्तानी की। 2 मैच ड्रा खेले, एक हार गये। इसी वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ए टीम के नेतृत्व किया और 7 विकटों से मैच जीता। 2024 में जिम्बाब्बे के खिलाफ पांच टी-20 मैचों की कप्तानी करते हुए 4-1 से जीत प्राप्त की। 2025 में रणजी ट्राफी में कर्नाटक के खिलाफ पंजाब का नेतृत्व किया और टीम हार गई। गिल पांच पहले दर्जे के मैचों की कप्तानी भी कर चुके हैं।
शुभमन गिल ने भारत के लिए 34 टेस्ट मैच खेले हैं और कुल 2317 रन बनाए हैं। उनके रनों की एवरेज़ 40.65 प्रतिशत है। इसमें 7 शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं। शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में 269 रन बनाए जो टेस्ट में भारतीय कप्तान का सर्वाधिक स्कोर है। उन्होंने विराट कोहली के 2019 में पुणे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाए नाबाद 254 रन को पछाड़ा। गिल के 269 रन एशिया के बाहर किसी भारतीय का सर्वोच्च स्कोर भी है। उन्होंने सचिन तेंदुलकर के नाबाद 241 रनों को पछाड़ा जो उन्होंने 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बनाए थे। यह घर के बाहर टेस्ट में किसी भारतीय का तीसरा सर्वोच्च स्कोर भी है। उनसे आगे वीरेंद्र सहवाग मुल्तान में 309 और राहुल द्रविड़ 2004 में रावलपिंडी में 270 रन हैं। उनसे पहले केवल दो भारतीयों ने इंग्लैंड में दोहरे शतक लगाए थे। उनसे पहले 1979 में सुनील गावस्कर ने 221 और 2002 में राहुल द्रविड़ ने 217 रन बनाए थे, दोनों ही दोहरे शतक द ओवल में आए थे। कुल मिलाकर गिल के 269 रन टेस्ट में भारत के लिए सातवां सर्वोच्च स्कोर है। सबसे अच्छी बात यह है कि शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट की तीन विधाओं में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। आई.पी.एल. के सीज़न 2025 में उसने गुजरात की टीम की कप्तानी की है, पर टीम खिताब के निकट पहुंचकर मुम्बई इंडियन की टीम से हार गई।
हरमनप्रीत सिंह मौजूदा भारतीय हॉकी टीम का कप्तान और दुनिया का महान ड्रैग फलिक्कर है। उसकी कप्तानी में भारत ने टोक्यो 2000 और पैरिस 2024 की ओलम्पिक खेलों में लगातार कांस्य पदक जीते हैं। उसका जन्म 6 फरवरी, 1996 को अमृतसर के टिम्मेवाल में एक सिख परिवार में हुआ। वह 10 साल की आयु में सुरजीत हॉकी अकैडमी जालन्धर में दाखिल हो गया। ‘सरपंच’ के नाम से जाने जाते हरमनप्रीत सिंह ने 2022 की एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए टीम की कप्तानी भी की। उसने आधुनिक हॉकी में भारत के लिए सबसे अधिक गोल किए हैं। वह डिफैंस में चीन की दीवार बन कर टीम की रक्षा करता है।
उसने भारतीय जूनियर टीम के लिए 2014 के सुलतान जोहोर कप में 9 गोल किए। फाइनल में ब्रिटेन को 2-1 से हराकर टूर्नामैंट जीता और उसको ‘मैन ऑफ द टूर्नामैंट’ अवार्ड मिला। वह 2015 के पुरुष हॉकी जूनियर एशिया कप जीतने वाली टीम का सदस्य था और उसने 14 गोल किए थे। उसको 2016 में पुरुष हॉकी जूनियर विश्व कप के लिए चुना गया और स्पेन के विरुद्ध एक शानदार गोल करके टीम को सैमीफाइनल में पहुंचाया। अप्रैल 2015 में सरपंच ने सीनियर टीम में एंट्री की। उसने 2016 सुलतान अजलान शाह कप में जापान के विरुद्ध राष्ट्रीय टीम के लिए अपना पहला गोल किया और टीम 2-1 से विजय रही। कनाडा के विरुद्ध एक गोल करके टीम को 3-1 से जिताया।
2016 की चैंपियन्ज़ ट्राफी में उसने जर्मनी के विरुद्ध पहले मैच में गोल किया और मैच 3-3 से ड्रा रहा। ग्रेट ब्रिटेन के विरुद्ध भी उसने एक गोल करके टीम जिता दी। 2016 की रियो ओलंपिक उसके लिए कुछ खास न रही। फ्रैंचाईज़ी कैरियर दौरान 2015 में हॉकी इंडिया लीग में दबंग मुम्बई ने उसको खरीदा और 5 गोल किए। इसी वर्ष उसको पोंटी चड्ढा पुरस्कार दिया गया। 2016 में फिर मुम्बई के लिए खेला और दो गोल किये। 2017 में उसने 6 गोल किये और उसको टूर्नामैंट के आगामी खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया। हॉकी इंडिया की 2024-25 की लीग निलामी के दौरान, सूरमा हॉकी क्लब ने उसको लाखों रुपये में खरीदा और वह सीज़न का सबसे महंगा खिलाड़ी बना। इस समय हरमनप्रीत सिंह पंजाब पुलिस में उच्च पद पर तैनात है।
6फु 6 इंच लम्बे कद वाला और 3 फरवरी 1992 को पिता तेजिन्दर सिंह संधू और माता हरजीत कौर संधू के घर पैदा हुआ गुरप्रीत सिंह संधू इस समय भारतीय फुटबाल टीम का कप्तान है। गोलकीपर संधू ने अपने खेल जीवन की शुरुआत नवम्बर 2009 को भारत की अंडर-19 फुटबाल टीम द्वारा इराक के विरुद्ध ए.एफ.सी. एशियन फुटबाल कप का क्वालीफाई मैच खेलते हुए की थी। फिर उसको 2011 में ए.एफ.सी. फुटबाल कप खेलने वाली राष्ट्रीय फुटबाल टीम में खेलने का मौका मिला। इस टूर्नामैंट में गुरप्रीत संधू ने अपनी टीम के विरुद्ध गोलों की डट कर रक्षा की और तुर्कमेनिस्तान के साथ मैच 1-1 गोल के बराबर रहा। उसने बंगाल के प्रसिद्ध फुटबाल क्लब ईस्ट बंगाल के पेशेवराना खेल इकरार 2009-10 में साईन किया। फर्स्ट आई लीग में उसने ईस्ट बंगाल के पांच मैचों की कप्तानी की। उसने जनवरी 2015 को सैकेंड टाईम फुटबाल क्लब फोलो अफ.के. की टीम के साथ दोस्ताना मैच खेलते हुए अपने पेशेवराना फुटबाल क्लब खेल कैरियर की शुरुआत की और अगस्त 2014 को यूरोप के टाप डिविज़न फुटबाल क्लब नार्वेज़ीयन टिपीलिगेन स्टैबबैक एफ सी के साथ खेल समझौता साईन किया। वह भारत के पूर्व फुटबाल गोलकीपर सौब्रता पॉल और इंग्लिश फुटबाल क्लब मानचैस्टर यूनाइटेड के गोलकीपर एडविन वैन डेर सार को अपना आदर्श मानता है। उसकी और भी अनेक गौरवशाली उपलब्धियां हैं।
8 मार्च 1989 को माता सतविंदर कौर और पिता हरमंदर सिंह भुल्लर के घर जन्मी हरमनप्रीत कौर पंजाब के मोगा ज़िले से संबंध रखती है। वह सभी वर्गों में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तानी करती है। उसने ज्ञान ज्योति स्कूल अकैडमी में शामिल होने के बाद क्रिकेट की ओर ध्यान देना शुरू कर दिया। शुरुआत में अपने पिता से क्रिकेट की बारीकियां समझने वाली हरमनप्रीत कौर ने अकैडमी में कमलदीप सिंह सोढ़ी से सिखलाई प्राप्त की। भारतीय स्टार बल्लेबाज़ वरिन्दर की खेल से प्रबावित हरमनप्रीत कौर 2014 में मुम्बई चली गई, जहां उसने भारतीय रेलवे के लिए काम करना शुरू किया।
हरमनप्रीत कौर ऑल राऊंडर खिलाड़ी है। उसने मार्च 2009 में 20 साल की आयु में विश्व कप के दौरान ब्रैडमैन ओवल में खेले गए पाकिस्तानी महिला टीम के खिलाफ एक मैच में अपने एक दिसवीय खेल जीवन की शुरुआत की। इसी वर्ष जून में काऊंटी ग्राऊंड, टॉनसन में इंग्लैंड के खिलाफ आई.सी.सी. महिला विश्व टी-20 क्रिकेट की शुरुआत की। उसमें गेंद को हिट करने की बहुत ताकत है। 2010 में मुम्बई में एक टी-20 मैच में उसने इंग्लैंड के खिलाफ 33 रनों की तेज़-तरार पारी खेली। जब सन् 2012 में चोट के कारण भारतीय कप्तान मिथाली राज और उप-कप्तान झूलन गोस्वामी चोट के कारण टीम से बाहर थीं तो टी-20 एशिया कप फाईनल में उसने भारतीय टीम की कप्तानी की। पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए उसने 81 रन की शानदार पारी खेली और एशिया कप भारत की झोली में डाला। मार्च 2013 में बांग्लादेश के साथ एक दिवसीय कप्तान होते हुए हरमनप्रीत कौर ने एक शतक और एक अर्ध-शतक लगाते हुए 195 रन बनाए और दो विकटें भी लीं। नवम्बर 2014 में उसने दक्षिण अफ्रीका विरुद्ध के मैसूर में खेले गए एक टेस्ट मैच में 9 विकेट लिए और भारत को एक पारी और 34 रनों से मैच जीतने में मदद की। 2016 में आई.सी.सी. महिला विश्व टी-20 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 89 रन बनाए और 7 विकेट लिए।
2018 में वह टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में शतक बनाने वाली भारत की पहली महिला क्रिकेटर बनी। टी-20 में 3000 से अधिक रन बनाने वाली भी वह पहली भारतीय क्रिकेटर है। वह महिला प्रीमियर लीग में मुम्बई इंडियन्ज़ की कप्तानी करती है। उसकी कप्तानी में मुम्बई इंडियनज़ ने कई खिताब जीते हैं। इसके अतिरिक्त हरमनप्रीत कौर की और भी कई उपलब्धियां हैं। भारत सरकार उसको अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भी कर चुकी है।
गांव व डाक जखेपाल।
मो. 94631-28483