महिलाओं को सशक्त बनाना कोई चलन नहीं, बल्कि ज़रूरत है अवनीत कौर

बहुत ही छोटी उम्र में डांस रियलिटी शो में हिस्सा लेने से मुझे डांस के महारथियों से मिलने और बॉलीवुड की वाकई कुछ बेहद सशक्त महिलाओं फ रहा खान, गीता कपूर और चित्रांग्दा सिंह से सीखने का मौका मिला। इन सारी महिलाओं ने इस इंडस्ट्री  में अपनी एक खास जगह बनायी है। मैंने बहुत ही कम उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी और इन बेहतरीन महिलाओं को इतने करीब से देखने और व्यक्तिगत तौर पर उनसे मिलने का अनुभव बेहतरीन रहा है। उन्होंने मुझे इस बात को समझने में मदद की कि हम महिलाओं के बारे में जो सोचते हैं उससे वह कहीं ज्यादा करने के लिये बनी हैं। और मेरा यह विश्वास उस समय और भी पुख्ता हो गया जब मैंने सोनी सब पर ‘अलादीन नाम तो सुना होगा’ शो में राजकुमारी यास्मीन की भूमिका को  स्वीकार किया था। मैं इस बात पर पूरी तरह से यकीन करती हूं कि महिलाओं को विश्व स्तर पर सशक्त बनाना न केवल जरूरत है, बल्कि हर महिला का अधिकार भी है। मुझे ऐसा लगता है कि मनोरंजन ने मुझे ऐसा करने का मंच दिया है। मैं डांसिंग करियर और एक्टिंग करियर के बीच भागदौड़ करते हुए यहां तक पहुंची हूं, मैंने यह महसूस किया कि मेरे जैसी न जाने कितनी लड़कियों ने अपने पैरों पर खड़े होने और अपनी क्षमताओं का बेहतर इस्तमाल करने के लिये कड़ी मेहनत की है। जब मैं घर जाती हूं, बच्चों, छोटी लड़कियों को उन किरदारों की तरह बनते हुए देखने की ख्वाहिश करते हुए देखती हूं, जो मैंने निभाये हैं। खासतौर से यास्मीन की तरह। यास्मीन एक मजबूत, निडर, बहादुर, आजाद ख्याल और हमेशा ही चुनौती लेने को तैयार रहने वालों में से है। उन बच्चों  की आइडल होने के कारण मुझे एक बेहतर उदाहरण पेश करने के लिये और भी ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। मैं कोशिश करती हूं कि अपने काम के माध्यम से मैं उन्हें  सिखा सकूं, ताकि लड़कियां फैसला ले सकें और उन्हें  सफ लता के उस सफ र पर ले जा सकें जहां वह पहले कभी नहीं पहुंचीं। यास्मीन एक ऐसा किरदार है जिसे निभाने में मुझे काफी मजा आ रहा है, क्योंकि मैं बेहद गहराई से उसके साथ खुद को जोड़कर देख पाती हूं। प्रोफेशनल रूप में मुझे ऐसा लगता है कि जीवन को लेकर मेरी सोच और मैंने जिस तरह की स्थितियों का सामना किया है वह काफी हद तक यास्मीन से मिलती-जुलती हैं। जिस तरह से वह चीजों को संभालती है। यास्मीन परदे की उन महिलाओं का प्रतिनिधित्व  करती है जोकि दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ती है और मुझे इस बात की खुशी है कि जैसे.जैसे सीजन आगे बढ़ रहा है, वह पहले से कहीं ज्यादा सशक्त हो गयी है। यह इस तरह का सशक्त किरदार है जिसे मैं चाहती हूं कि छोटी लड़कियां उससे सीखे। एक ऐसा किरदार जोकि ईमानदारी, साहस, वीरता और सच को बाकी सारी चीजों से ऊपर रखती है। और वह उन लोगों में से है जो अपने उसूलों और राज्य को खुद से और अपने प्यार से ज्यादा मान देती है।

—पाखी