गलियारा के रूप में  खूबसूरत खिड़की खुलने जा रही  : इम्तियाज़

लाहौर से जसवंत सिंह जस की विशेष रिपोर्ट
लाहौर, 5 नवम्बर : ‘दोनों देशों की अवाम को एक-दूसरे के नज़दीक लाने हेतु करतारपुर साहिब गलियारे के रूप में सरहद पर जो आगामी दिनों में एक खूबसूरत खिड़की खुलने जा रही है, आने वाले समय में ऐसे और कई दरवाज़े खुलने चाहियें।’ इस बात का प्रगटावा साऊथ एशिया फ्री मीडिया एसोसिएशन (स़ाफमा) के सचिव जनरल जनाब इम्तियाज़ आलम ने आज लाहौर में इस ‘अजीत समाचार’ से विशेष भेंटवार्ता के दौरान किया। जनाब इम्तियाज़ आलम ने कहा कि स़ाफमा का सपना था कि वाघा सीमा पर एक ऐसा अमन पार्क बने जहां दोनों देशों के लोग एक-दूसरे को आसानी से मिल-जुल सकें। उन्होंने कहा कि उनकी मदद की है गुरु नानक देव जी ने जिन के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर करतारपुर साहिब का विशेष रास्ता भारत-पाकिस्तान सीमा पर खुलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों में अमन दोस्ती तथा सद्भावना और मज़बूत होगी, जो गुरु साहिब करीब साढ़े पांच सदियों पहले हमें कह गये थे।
उन्होंने कहा कि इसके शुरू होने से दोनों देशों के विभिन्न मज़हबों के लोगों में और प्यार बढ़ेगा और यह गलियारा अमन, दोस्ती और बड़े रूहानी केन्द्र के रूप में उभरेगा। 
उन्होंने कहा कि स़ाफमा ने हिन्द-पाक दोस्ती के चाहवान संगठनों से मिलकर सरहद की ज़ीरो लाईन पर जो अमन पार्क बनाने का सपना लिया था, उसकी धार्मिक हवाले से शुरूआत होने जा रही है और करतारपुर साहिब में सिख श्रद्धालुओं के गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने के साथ-साथ यहां लोगों के लिए सैमीनार हाल, सभ्याचारक केन्द्र, स्टेडियम तथा अजायब  घर आदि भी बनने चाहियें तथा धार्मिक सरगर्मियों के साथ-साथ यहां मुशायरे, गीत संगीत और विचार चर्चा आदि समारोह भी होने चाहियें ताकि दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से अपने विचारों, अपनी बोली और अपने साहित्य और सभ्याचार का भी आदान-प्रदान कर सकें।