विज्ञान के नोबल

चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में इस साल जिन तीन वैज्ञानिकों विलियम जी केलिन, सर पीटर जे रैटक्लिफ  और ग्रेग एल सेमेन्जा को नोबल मिला। इन्होंने खोज की थी कि कोशिकाएं ऑक्सीजन को कैसे जलाती हैं ताकि शरीर को ऊर्जा मिल सके और नई कोशिकाओं को बनने में मदद मिले। भौतिकी के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार जेम्स पीबल्स, मिशेल मेयर और डिडिएर क्यूलॉज को मिला। कनाडियन-अमेरिकन वैज्ञानिक जेम्स पीबल्स को भौतिक ब्रह्माण्ड विज्ञान में सैद्धांतिक खोज के लिए और स्विस वैज्ञानिक मिशेल मेयर तथा डिडिएर क्यूलॉज को एक एक्सोप्लैनेट की खोज के लिए संयुक्त रूप से दिया गया। इसी तरह रसायन विज्ञान के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार भी तीन लोगों में बंटा। जॉन बी- गुडएनफ, एम स्टैनली विटिंघम और अकीरा योशिनो को लीथियम आयन बैटरी विकसित करने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया। इस बार के नोबेल पुरस्कार की खासियत यह रही कि सभी शोध सैद्धांतिक और अकादमिक होने के साथ नितांत व्यवहारिक और प्रायोगिक हैं।