सरिया-एंगल-चैनल में महंगाई बढ़ी : कच्चे माल की भारी कमी

नई दिल्ली, 5 जनवरी (एजेंसी): पिछले कई महीनों से लोहा-इस्पात उद्योग में व्यापार घटकर 30 प्रतिशत रह गया था, जिसके चलते सरिया 2600 रुपए प्रति टन और महंगा हो गया। कुछ कम्पनियों ने अनाप-शनाप भाव बढ़ा दिये। एंगल, चैनल, गॉर्डर एवं टी-आयरन में भी 1000/1200 रुपए की तेजी आ गयी। इसका मुख्य कारण यह है कि विदेशाें से कच्चे माल का आयात महंगा हो गया तथा यहां हाजिर माल की किल्लत बढ़ गयी। इंगट, राउंड दो/तीन हजार बढ़ाकर बोलने लगे। आलोच्य सप्ताह इंगट व राउंड के भाव 2000/3000 रुपए बढ़कर 32/38 हजार रुपए प्रति टन की नई ऊंचाई पर जा पहुंची। नई-पुरानी स्क्रैप भी 2000 रुपए उछलकर 20000/21000 रुपए पर पहुंच गयी क्योंकि दिल्ली-एनसीआर सहित भिवाड़ी, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, गोबिन्दगढ़ मंडी में नई स्क्रैप पूरी तरह शॉर्टेज में आ गयी। दूसरी ओर कई कम्पनियों के माल एडवांस में फुल दिसम्बर में बिके हुए थे जिससे हाजिर माल की कमी हो जाने से कम्पनियों ने औसतन 2600 रुपए भाव बढ़ाकर कामधेनु सरिया 47000 रुपए, केवीएस 44900 रुपए, बिड़ला 47300 रुपए एवं फॉरच्यून 48900 रुपए प्रति टन की ऊंचाई पर जा पहुंचे। इसके अलावा अनमोल 500-एसडीवी रिब के भाव भी हाजिर माल की कमी से 45000 से छलांग लगाकर 51500 रुपए प्रति टन की ऊंचाई पर जा पहुंचे।