विदेशों की ओर नौजवानों का रुझान

किसानी संघर्ष में नौजवान वर्ग जहां एक बड़े पैमाने पर शिरकत कर रहा है वहीं इस वर्ग की विदेशों में जाने की रुचि भी बढ़ती जा रही है। यदि नौजवान वर्ग की राय ली जाए तो वह अपने देश से अधिक विदेशों में जाकर अधिक खुश हैं क्योंकि नौजवानों द्वारा इसका कारण यह भी बताया जा रहा है कि उनको यहां उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी नहीं मिलती और न ही वेतन मिलता है। विदेशों में उनको योग्यता के अनुसार काम करने पर सही वेतन मिलता है। एक बड़ा कारण यह है कि अपने देश का राजनीतिक ढांचा सही किया जाए और शिक्षा प्रणाली में सुधार किए जाएं ताकि यहीं पर पढ़े-लिखे नौजवानों को योग्यता के अनुसार नौकरियां मिल सकें।     

 -कमलप्रीत कौर जंगपुरा