क्यों दु:खती हैं आंखें?

 रात को देर से सोने से और बहुत देर से जागने से आंखें दुखने लगती हैं।
= मधुमेह और गुर्दे के रोग होने पर भी आंखें दुखने लगती हैं।
= जो लोग अधिक तला हुआ और चिकनाई युक्त भोजन करते हैं, उनकी आंखें भी दुखने लगती हैं।
= रंगीन टी.वी. बहुत पास से देखने पर, कंप्यूटर पर अधिक समय तक काम करने से भी आंखें प्रभावित होती हैं।
= पढ़ते-लिखते समय सही प्रकाश का न होना या उचित दूरी का न होना भी आंखों पर कुप्रभाव डालता है।
= धूल और धुएं के प्रदूषित वातावरण में अधिक समय तक रहने से भी आंखों पर प्रभाव पड़ता है।
= आंखों को उचित आराम न मिलने से भी आंखें प्रभावित होती हैं।
= अधिक मसालेदार खाद्य पदार्थ, चाट पकौड़ी, मांस खाने से भी आंखें खराब होती हैं।
= भोजन की अनियमितता और कुपोषण खाद्य पदार्थ भी आंखों पर प्रभाव डालते हैं।
= रेल, बस, कार आदि में सफर करते समय जो लोग पढ़ते हैं वे भी आंखों के रोग का शिकार होते हैं।
= अधिक पतली छपाई वाली पुस्तकें पढ़ने से भी आंखें दुखती हैं।
= अधिक तेज आग के सामने काम करने से और अधिक धूप में बाहर रहने से भी आंखें दर्द होती हैं।
= तनाव भी नेत्र रोगों को बढ़ावा देता है।
= प्राकृतिक रूप से आने वाली, छीकें, उबासी, मल-मूत्र आदि को रोकने से भी आंखों पर असर पड़ता है।
= लगातार नशे की वस्तुओं के सेवन से भी आंखों के कई रोग हो जाते हैं। (स्वास्थ्य दर्पण)