ऐसे दूर करें मांसपेशियों की जकड़न

बहुत  बार हम अनुभव करते हैं कि हमारी मांसपेशियों में जकड़न आ गई है और शरीर को हिलाएं-डुलाएं तो हमारी मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। निष्क्रि यता-कई बार हमारे शरीर की मांसपेशियों को निष्क्रि य रहना पड़ता है जैसे ड्राइविंग करते समय या ट्रेन या हवाई जहाज में यात्र करते समय। ऐसे में हर दो घंटे बाद शरीर को थोड़ा हिला डुला लें। यदि ड्राइविंग कर रहें तो रास्ते में थोड़ा रूककर चाय आदि पी लें या थोड़ा पैदल चल लें। अधिक व्यायाम-कई बार क्षमता से अधिक व्यायाम कर लेने से भी मांसपेशियां दर्द करने लगती हैं। इससे बचने के लिए व्यायाम शुरू करने से पूर्व हल्की वार्मअप एक्सरसाइज़ कर लेनी चाहिए और व्यायाम समाप्त कर लेने के पश्चात् हल्की एक्सरसाइज़ द्वारा कूल डाऊन कर लेना चाहिए। व्यायाम तीव्र गति से नहीं बल्कि धीरे-धीरे करना चाहिए। नियमित व्यायाम से यह दर्द और जकड़न दूर हो जाएगी। ठंडा मौसम-कई बार ठंडे मौसम से भी मांसपेशियों में दर्द निकल आता है और खिंचाव पैदा होता है। ऐसे में मांसपेशियों में खिंचाव वाली हल्की एक्सरसाइज़, हल्की मालिश और गर्म कपड़े पहनना शरीर को आराम देता है। खिंचाव-कई बार शरीर की किसी एक मांसपेशी में खिंचाव आ जाता है और उस अंग में काफी दर्द होने लगता है। अधिकतर यह स्थिति हमारे पैर या टांग की मांसपेशियों में होती है। इसे दूर करने के लिए ठंडे वातावरण से दूर रहें, पौष्टिक भोजन और उचित मात्रा में पानी लेते रहें। भारी व्यायाम न करें। गलत शारीरिक स्थिति - कई बार उठने बैठने के गलत ढंग से भी मांसपेशियों में दर्द हो जाता है। ऐसे में यौगिक क्रि याएं बहुत लाभप्रद होती हैं किन्तु इनका प्रशिक्षण किसी योग्य विशेषज्ञ से ही लिया जाना चाहिए। आम आदमी स्ट्रेचिंग और श्वासन करके भी लाभ उठा सकता है। स्ट्रेचिंग हेतु जमीन पर लेट जाएं और दोनों बाजू पीछे सिर की ओर ले जाएं। इसके पश्चात् कमर के ऊपर के भाग को ऊपर की और नीचे भाग को नीचे की ओर तान लें। ऐसा करते हुए सांस साधारण गति से लेते रहें। यह प्रक्रि या 5-1० बार दोहराएं। शवासन करने हेतु जमीन पर लेट कर शरीर को ढीला छोड़ दें। पैर से प्रारंम्भ कर सिर तक हर अंग ढीला करते जायें और यह अनुभव करें कि अपने शरीर को बाहर से देख रहे हैं। कुछ दिन लगातार ये क्रि याएं करने से दर्द गायब हो जाता है और शरीर पहले जैसी स्थिति में आ जाता है। 

(स्वास्थ्य दर्पण)