गर्भावस्था में कुछ ज़रूरी बातें

गर्भवती स्त्री के सामने जो जिज्ञासाएं व चिंताएं सबसे ज्यादा उभरकर आती हैं, वे हैं गर्भावस्था के दौरान खुराक में क्या लिया जाना चाहिए, किस तरह के व्यायाम करने चाहिए, किस तरह की दिनचर्या होनी चाहिए, क्या प्रसव पीड़ा सही जा सकेगी वगैरह-वगैरह। अत: गर्भवती स्त्री के लिए ये बातें ध्यान देने योग्य हैं।
महिला रोग व प्रसव विशेषज्ञा ही आपको सबसे ज्यादा व सबसे कारगर सलाह दे सकती है। आप नियमित रूप से अपने डॉक्टर की देख-रेख में रहें। उसके द्वारा दी गई दवाइयां समय-समय पर लें। डॉक्टर द्वारा दी गई हिदायतों को सही-सही मानें। 
हरी व लाल सब्जियां, काली चाय आदि को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करें। प्रसव के दौरान होने वाली खून की कमी से निपटने का यह सबसे प्रारंभिक तरीका है। इससे गर्भस्थ शिशु की सेहत पर भी अच्छा असर पड़ता है। खुद को तनावमुक्त रखने की पूरी चेष्टा करें। ज्यादा रोना, ज्यादा सोचना, भयानक दृश्यों को देखना व कल्पना करना आपके व गर्भस्थ शिशु की सेहत पर गलत असर डाल सकता है।
दिनचर्या को सही-सही बनाए रखें। अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए व्यायाम करते रहें। प्रसन्न व चुस्त रहें। सौन्दर्य पर विशेष ध्यान दें।
आपको मायके वालों से ज्यादा ससुराल वालों की निगरानी में रहना चाहिए। इससे तत्काल निर्णय लेने की स्थिति में आ पड़ने पर सहयोग मिलेगा। पति के साथ स्वास्थ्य संबंधी वार्तालाप बनाए रखें। आप में लेखन, चित्रकारी जैसी कोई कला हो तो उसे निखारें।