ज़िंदगी की रफ्तार को बदल कर रख देगा 5 जी

सावधानी की सीट बेल्ट बांध लें। ज़िंदगी जल्द ही अल्ट्राफास्ट मोड में जाने वाली है। हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचने में अब वक्त बिल्कुल नहीं है। 5जी की शुरुआत हो चुकी है। कुछ ही दिनों में मौजूदा से सौगुना तेज़, हाईस्पीड इंटरनेट 5जी की शक्ल में आपके घर, ऑफिस, रहन-सहन, मनोरंजन, स्वास्थ्य, कारोबार यानी पूरे जीवन को बदल कर रख देगा। जाहिर है, अगले कुछ साल यह निर्धारित करने में गुजरेंगे कि हम 5जी के साथ क्या-क्या कर सकते हैं और 5जी हमारे जीवन के साथ क्या करेगा, तो आइये जान ही लेते हैं कि क्या क्या होगा?
 मनोरंजन
ज्यादा बैंडविड्थ के साथ गुणवत्तापूर्ण स्ट्रीमिंग, साफ  तस्वीर, स्पष्ट आवाज़ लाइव संगीत समारोहों, खेल प्रतियोगिताओं, मोबाइल गेमिंग में आपको डूबने को मजबूर कर देगा। मनोरंजन के नए संसार मेटावर्स को भी इसी में गिनिए। स्मार्ट टीवी हो या इमर्सिव प्रसारण अथवा वर्चुअल रीयलिटी वाला म्यूजिक शो या फिर इंटरएक्टिव कंटेंट, ब्लॉकचेन आधारित वीडियो इकोसिस्टम जैसी नई तकनीकें। इसकी आमद मनोरंजन की दुनिया में तूफान मचा देगी।

स्मार्ट होम
फ्यूचरिस्टिक होम कनैक्टेड लिविंग सॉल्यूशंस आपके घर की बिजली, पानी की व्यवस्था, फ्रिज़, टीवी, माइक्रोवेव ओवन, वॉशिंग मशीन और एसी जैसे तमाम उपकरणों को 5जी से जोड़कर उसे स्मार्ट होम में बदल देगा। ये उपकरण आपस में तालमेल रखेंगे, इनका डेटा क्लाऊड पर रीयल टाइम ट्रांसफर होगा। आपको पता होगा कि फ्रिज़ में कितने अंडे बचे हैं, गमलों में पानी कब डालना है, दवा खत्म तो नहीं हो गई अथवा बूढ़ी माता जी का घर में क्या हाल है। आप इन उपकरणों को कभी भी, कहीं से भी ऑपरेट या नियंत्रित कर सकेंगे।  
कामकाज और कारोबार
कनैक्टेड स्मार्ट सिटी की कंपनियां क्लाऊड सर्विस का इस्तेमाल करेंगी। फैक्टरी,ऑफिस में या घर से कामकाज करें या फिर फील्ड से, 5जी का फायदा सबको मिलेगा। वैबसाइटें तत्काल खुलेंगी, वीडियो कॉल्स अबाध होंगी। इसका बड़ा फायदा ऑटोमेशन के क्षेत्र में होगा। उपकरण और मशीनें एक दूसरे से कनैक्ट होकर रियल टाइम डाटा शेयर करेंगे। उत्पादन, वितरण के तरीके बदलेंगे। इससे कंपनियों को उत्पादन लागत, अपव्यय और समय कम लगेगा, उत्पादकता ज्यादा। साथ ही कर्मचारियों के लिए अधिक आरामदायक, सुरक्षित कार्य वातावरण निर्मित होगा।  
  
शिक्षा
शिक्षा और शोध के क्षेत्र में 5जी की रफ्तार क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। शोधार्थियों को आंकड़ों, चित्रों, बिगडाटा और विश्लेषण के लिए जो सिम्युलेशन, रीयल टाइम शेयरिंग की जो सुविधा चाहिये वह इसके आने से पूरी हो जाएगी। मशीन लर्निंग, ई लर्निंग ऑनलाइन पढ़ाई, डिस्टैंस लर्निंग सब कुछ पहले से बेहतर होगा और वर्चुअल लैब तथा क्लासरूम्स का एक नया ट्रेंड चल सकेगा।  
स्वास्थ्य
5जी की महज 1 मिलीसैकेंड्स से कम की लेटैंसी रोबोटिक चिकित्सक को मीलों दूर बैठकर सर्जरी करने की सुविधा देगी। इसके अलावा 5जी से लैस उपकरणों के साथ, डॉक्टर, वर्चुअल केयर टीमें कम समय में अधिक रोगियों की सटीक निगरानी और देखभाल करने में सक्षम होंगे। 5जी युक्त वीयरेबल हों या रोगी के बेड ये सेहत के आंकड़े रीयल टाइम चिकित्सक या अस्पताल को पहुंचा सकते हैं, ठीक इसी तरह अत्याधुनिक 5जी कनैक्टेड एम्बुलैंस मरीजों का गोल्डन ऑवर बचाकर मृत्यु दर कम करेगी। सुदूर क्षेत्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों से वीडियो कांफ्रैंसिंग, टेलीमेडिसिन, ईमेडीसिन और ड्रोन द्वारा दवाई की सप्लाई को 5जी गति देगा। यह आपदाओं की रीयल टाइम निगरानी और खतरनाक औद्योगिक गतिविधियों मनुष्यों की भूमिका कम करके भी जान बचाएगा।
आवाजाही  
गाड़ियां बिना ड्राइवर के चल सकेंगी। कम विलंबता यानी लो लेटैंसी और मज़बूत कनैक्टिविटी के चलते कार का मशीनी ड्राइवर किसी भी खतरे पर तत्काल प्रतिक्रिया देगा और सवारी को सुरक्षित करने के लिए उसे बुद्धिमत्तापूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान मिलेगी। वह अगल-बगल की गाड़ियों के बारे में सचेत रहेगा। इलैक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशनों का संजाल स्थापित करने में भी इससे मदद मिलेगी।
सुशासन
5जी की तेज़ी शासन-प्रशासन से जुड़े काम भी तेज़ी से करेगा, ई गवर्नेंस की गुणवत्ता सुधरेगी, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर शिकायतों तक की प्रकिया तेज़ हो जाएगी।
बाज़ार
5जी अरबों के बाज़ार की सृष्टि करेगा, हमारे यहां 2040 तक 36 लाख करोड़ का फायदा होगा। ई-कॉमर्स में मेटावर्स के मिलन और उससे शॉपिंग इकोसिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव आएगा ही होटल और हॉस्पिटालिटी सैक्टर में भी रोबोट का इस्तेमाल हो सकेगा तो वर्चुअल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। 5जी नेटवर्क द्वारा दी जाने वाली उन्नत क्षमताएं कई नई सेवाओं, नए बिजनेस मॉडल को जन्म देंगी। नए रोज़गार तथा नये बाज़ार को भी।
 4जी है तो क्या गम है
 5जी के मामले में हम दुनिया से तकरीबन तीन साल पीछे हैं। देश में अभी भी कई जगहों पर 3जी है, 4जी वाली जगहों पर बहुत से डार्क स्पॉट हैं। वैसे भी स्पीड के मामले में इसे 3.8 जी ही कहिये। तो क्या मौजूदा अवसंरचना के आधार पर 5जी नेटवर्क आम लोगों तक इतनी जल्दी पहुंच पाएगा? फिर इसकी गति और कार्यकुशलता जो कंपनियों के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निर्भर है। बीते दो वर्षों में, देश के 5जी हैंडसेट रखने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या में तीन गुना बढोतरी हुई है। ‘एरिक्सन कंज़्यूमर लैब’ के मुताबिक देश में दस करोड़ मोबाइल उपभोक्ता 5जी से जुड़ने को तैयार हैं, इनका जीवन बदल जाएगा मगर बहुत बड़ी संख्या उनकी है जो न महंगा 5जी फोन खरीद सकते हैं न सेवा उनका जीवन जस का तस रहेगा। वे 5जी की तेज़ी से बेअसर 4जी से वीडियो कॉल और इंटरनेट पर फिल्में देखते रहेंगे। तो फिर 4जी है तो क्या ग़म है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर