कृषि क्षेत्र में बनाएं कॅरियर  न मंदी की चिंता, न छंटनी का डर


रोज़गार के बाज़ार से हर दिन एक से बढ़कर एक डराने वाली खबरें आ रही हैं। हाल में जॉब बाज़ार में नज़र रखने वाली कई वेबसाइटों ने भविष्यवाणी की है कि मंदी की जो हवा चल रही है, इस बार वह काफी स्थायी लग रही है और आशंका है कि यह दो साल में नहीं बल्कि अगले 8-9 साल यानी 2029-30 तक रह सकती है। हो सकता है यह अनुमान गलत हो। लेकिन पिछले 8-9 महीने के भीतर जिस तरह से अकेले अपने देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में लोगों को नौकरियों से निकाला गया है, उससे यह बात तो साफ पता चल रही है कि ज्यादातर नौकरियों में फायर किये जाने की तलवार अकसर लटकती रहती है। लेकिन एक क्षेत्र अभी भी ऐसा है जहां छंटनी की इस कदर तलवार नहीं लटकती। जी हां, यह कृषि क्षेत्र है और भारत ही नहीं पूरी दुनिया के कॅरियर थिंकर मान मान रहे हैं कि अगले एक दशक में जिस क्षेत्र में सबसे ज्यादा नौकरियां आएंगी, वह कृषि क्षेत्र ही होगा। क्योंकि खाद्यान लगभग दो तिहाई दुनिया की समस्या बन गया है। करीब डेढ़ अरब लोगों के सामने भुखमरी से मरने की स्थितियां पैदा हो गई हैं। अगर भारत में फूड स्टाक सरप्लस नहीं होता तो कोरोना काल में लाखों गरीब लोगों का जीना मुश्किल हो जाता। क्योंकि लगभग दो सालों से देश में गरीबों के लिए मुफ्त राशन योजना चल रही है।
खैर, यह सारी भूमिका महज इसलिए कि अगर आप ठोस और छंटनी से मुक्त भविष्य के कॅरियर की तलाश में हैं तो वह कृषि क्षेत्र ही हो सकता है। 12वीं के बाद कृषि किसानी से जुड़े दर्जनों क्षेत्र हैं, जहां आप अपना ठोस कॅरियर बना सकते हैं और भारत में तो आज भी 65 फीसदी से ज्यादा लोग कृषि से ही अपनी जीविका कमा रहे हैं। अब सवाल है कि 12वीं के बाद आप इस क्षेत्र में किस तरह के कॅरियर बना सकते हैं? सवाल है आपका कहां तक पढ़ने का इरादा है? कृषि क्षेत्र में जाने के लिए आप अंडरग्रेजुएट भी जा सकते हैं, मास्टर्स करके भी जा सकते हैं और पीएचडी लेबल का भी कॅरियर यहां मौजूद है। इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए प्रवेश एग्जाम देनी पड़ेगी और जहां तक जॉब प्रोफाइल और टॉप रिक्रूटर्स की बात है तो जॉब प्रोफाइल में आप एग्रीकल्चर इंजीनियर बन सकते हैं, एग्रोनॉमिस्ट बन सकते हैं, मौसम वैज्ञानिक बन सकते हैं, स्वाइल साइंटिस्ट बन सकते हैं, एंड्रोलॉजिस्ट बन सकते हैं, फॉर मैनेजर, सुपरवाइजर, पशु पालन विशेषज्ञ और हार्टीकल्चरिस्ट जैसे जॉब इस क्षेत्र में उपलब्ध होते हैं। जहां तक रोज़गार देने वाली प्रमुख संस्थाओं का नाम है तो सरकारी संस्थाओं में स्टेट एग्रीकल्चर रिसर्च स्टेशन, मृद्रा जांच केंद्र, राष्ट्रीय बीज निगम, केंद्रीय कृषि पशु पालन मंत्रालय और कृषि विभाग ये सब वो क्षेत्र हैं जहां आपको आसानी से नौकरी मिल सकती है। अब सवाल है पढ़ाई क्या करें? तो सबसे पहले यह जान लें कि कृषि क्षेत्र का काम क्या है? कृषि क्षेत्र देश को अनाज, फल, सब्जी मुहैय्या कराता है। चूंकि आबादी लगातार बढ़ रही है। इसलिए ज्यादा भोजन की भी मांग है और बहुत किस्म की वैरायटी की भी मांग है। ..तो इस वजह से कृषि के क्षेत्र में लगातार बेहतर प्रोडक्शन और कृषि उत्पादों के बेहतर प्रसंस्करण, भंडारण, वितरण आदि के क्षेत्र में काम लगातार बना रहता है। कृषि एक बहुत बड़ा क्षेत्र है। यहां सैकड़ों किस्म के काम हैं, जो इसके विभिन्न क्षेत्रों, उपक्षेत्रों में बंटे हुए हैं। इसलिए 12वीं के बाद आप बैचलर के साथ-साथ मास्टर करने या इसी क्षेत्र में पीएचडी करने के लिए विचार बना सकते हैं। इस क्षेत्र में सफल होने के लिए आपके अंदर कुछ गुणों का होना भी जरूरी है। जैसे- आपमें ऑर्गनाइजेशनल  स्किल होनी चाहिए। आपको लाइफ लॉन्ग लर्नर  होना चाहिए। आपके अंदर एक मैकेनिकल माइंड होना चाहिए। टीम वर्क का जज्बा होना चाहिए। प्रोफेशनल कम्युनिकेशन होना चाहिए और लीडरशिप होनी चाहिए।
जहां तक इस क्षेत्र विशेष में प्रवेश की बात है तो 12वीं के बाद आपको बीएससी एग्रीकल्चर करनी चाहिए और फिर उसके बाद किसी एक विषय में स्पेशलाइजेशन करना चाहिए। जिन विषयों में स्पेशलाइजेशन किया जा सकता है, उनमें स्वाइल साइंस, एग्रोनॉमी, प्लांट पैथोलॉजी, एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स, प्लांट बायोकेमिस्ट्री, एक्सटेंशन एजुकेशन बायोटेक्नोलॉजी, एंटोमोलॉजी, एनिमल साइंस। लेकिन कृषि क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स भी किये जा सकते हैं। 
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर