क्रोएशिया के राष्ट्रीय उद्यान की झीलें वंडर ऑफ द वर्ल्ड 

'वह कौन है?' झरने के एक तरफ असमतल डिवाइडर पर लगे पोर्टेट लाक की ओर इशारा करते हुए मैंने मालूम किया। 'मिलका तर्निना। वह सबसे ऊंचे सुर में गाने वाली मशहूर क्रोएशियाई थी। इस झील के संरक्षण व सुरक्षा के लिए उसने उदार मन से जबरदस्त आर्थिक योगदान दिया था। क्-ब्क् में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उसका निधन हुआ। वह इतालवी व जर्मन भाषाओं में गाती थी और यूरोप व अमरीका में बहुत मशहूर थी। दुर्भाग्य से उसका कॅरियर चेहरे के फालिज (पैरालिसिस) के कारण समय पूर्व समाप्त हो गया था। इन झरनों को उसी के नाम पर समर्पित किया गया है। झरनों की आवाज़ हमें उसकी प्रभावी आवाज़ की याद दिलाती है,' मेरे स्थानीय साथी ने मेरे प्रश्न का यह जवाब दिया था।
हम दोनों क्रोएशिया के प्लिटवाइस झील राष्ट्रीय उद्यान में मिलानोवाक और गवानोवाक झीलों के बीच बैरियर पर थे। प्लिटवाइस झील राष्ट्रीय उद्यान क्रोएशिया की राजधानी जगरेब से दक्षिण पश्चिम में दो घंटे की ड्राइव पर है। यह क्रोएशिया का सबसे बड़ा नेशनल पार्क है और लगभग फ्, हेटेयर में फैला हुआ है। क्रोएशिया केन्द्रीय यूरोप का देश है और एड्रिएटिक सी पर इसका समुद्री तट है व इटली के साथ इसकी समुद्री सीमा है। यह कभी यूगोस्लाविया का हिस्सा हुआ करता था। लगभग ब् मिलियन की जनसंया वाला क्रोएशिया तकरीबन भ्भ्, वर्ग किमी में फैला हुआ है।
प्लिटवाइस झील राष्ट्रीय उद्यान में क्म् झीलें हैं, जो अनेक छोटी-छोटी नदियों के मिलन से बनी हैं और झरनों में व्यवस्थित हैं। सभी झीलें आपस में जुड़ी हुई हैं और मोस, एलगी व बैटीरिया से बनी हल्के पीले रंग की सरंध्र चट्टानों के प्राकृतिक बांध ही उन्हें अलग करते हैं। झीलें ऊपर व नीचे के समूह में विभाजित हैं और अपने विभिन्न रंगों के लिए वियात हैं जोकि चमकदार नीले से हरे व ग्रे रंग तक हैं। ये झीलें पानी में खनिज या जीवों की प्रकृति और धूप के प्रतिविब के हिसाब से अपने रंग बदलती रहती हैं। क्रोएशिया का यह गर्व वर्ल्ड हेरिटेज प्रॉपर्टी है। इसे वर्ष ख् में आधुनिक किया गया था और अब यह यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण पर्यटनस्थल बन गया है। शुरुआती संरक्षण प्रयास उस समय किये गये जब क्-ब्- में प्लिटवाइस झीलों को राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया। क्--स्त्र में राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार किया गया ताकि झीलों के सपूर्ण जलग्रह क्षेत्र व भूमिगत जल व्यवस्था को सुरक्षित रखा जा सके। आज यह सेल्फ-सस्टेनेबल (आत्मनिर्भर) प्रोजेट है, जो अपने स्टाफ, इंफ्रास्ट्रचर व गतिविधियों को फंड करता है। इसका अपना सभी सुविधाओं से सज्जित शोध केन्द्र है, जो महत्वपूर्ण शोध करने के अतिरित इसके इकोसिस्टम के विज्ञान के बारे में आवश्यक जानकारी उपलध कराता है।
मेरे स्थानीय साथी ने बताया, 'पर्यटक के पास तीन विकल्प रहते हैं- दो-घंटे का वाकिंग रूट जो छह झीलों को कवर करता है, क्ख् झीलों को कवर करने वाला छह घंटे का रूट या आठ घंटे की वाक व कार्ट राइड जो सभी झीलों को कवर करती है, यात्रा के अंत में सभी मजेदार जगहों की विजिट और कुछ अच्छा स्थानीय क्रोएशियाई सी-फूड व ड्रिंस। चूंकि तुहारे पास कम समय है, इसलिए हम सबसे छोटा रूट लेंगे और तुम दो घंटे तक प्रकृति का आनंद ले सकते हो।' 'यह ठीक रहेगा,' मैंने उसके सुझाव से सहमत होते हुए कहा। हम वाक करने लगे। यह नवबर की बात है। यूरोप में जाड़ा पड़ना आरंभ हो गया था, बीच-बीच में बूंदाबांदी भी हो रही थी और हम अपने अपने छातों के साथ थे।
उसने क्षमायाचना के अंदाज में समझाया, 'आज थोड़ा खराब दिन है। आमतौर से साल के इस समय मौसम सूखा व धूप भरा होता है। धूप के दिन सूरज की किरणों को झीलों के पानी पर प्रतिविबत होते हुए देखा जा सकता है। जब हम ऊपर की तरफ पहुंचेंगे तो आप उन विभिन्न रंगों को देख सकेंगे, जिनका यह झीलें प्रतिनिधित्व करती हैं।' जंगल के बीच में बनी ये झीलें संसार का आश्चर्य हैं, वंडर ऑफ द वर्ल्ड हैं। ये चढ़ती सीढ़ियों की तरह हैं। लाइमस्टोन व चाक पर बहते पानी से बनी हैं। हजारों साल से जो पानी बह रहा है उसने हल्के पीले रंग की सरंध्र चट्टानों के प्राकृतिक बांध, गुफाएं व झरने बना दिए हैं। इन झीलों में विविध प्रकार की पानी की प्रजातियां हैं, जिनमें मछलियां भी शामिल हैं। जंगलों में भालू, भेड़िये व पक्षियों की प्रजातियां हैं।'
'इस पानी को देखकर तो मेरा मन तैराकी करने का कर रहा है,' मैंने कहा। 'नहीं! तैराकी प्रतिबंधित है। अगर कोई तैरना चाहता है तो उसके पास जुर्माना भरने के लिए ढेर सारा पैसा होना चाहिए' उसने मुझे सावधान किया। 'या तुहारी परवरिश इसी क्षेत्र के आसपास हुई है?' मैंने सवाल किया। 'हां, मेरे पिता ने यहां से लगभग ख् किमी दूर अपना घर बनाया था। वह इस पार्क में काम करते थे। लेकिन भ् वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। हमारे लिए दिन कठिन हो गये। क्- के दशक में युद्ध छिड़ गया और मैं अपनी किशोरावस्था में तीन वर्ष तक जर्मनी में शरणार्थी बनकर रहा। फिर जगरेब में लौटकर तीन वर्ष तक शरणार्थी रहा और उसके बाद अपनी पुरानी जगह लौटा हूं। अब मैं पार्क के पास ही अपने परिवार के साथ रहता हूं।'
झीलें देखने के बाद हमने परपरागत क्रोएशियाई लंच किया। प्लिटवाइस झील राष्ट्रीय उद्यान को अलविदा कहते हुए मैंने उसकी खुशी व सुरक्षा की कामना की और उसे भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित किया। उसने ताजमहल देखने का वायदा किया है।
-इमेज रिलेशन सेंटर