सिर्फ लोहे को ही नहीं, ऑक्सीजन को भी आकर्षित करता है चुंबक 

प्राकृतिक चुम्बकों को चीन में गजब का शायराना नाम दिया हुआ है- चू शी जिसका अर्थ है ‘प्यारा पत्थर’ (लविंग स्टोन), जिसे चीनी इस तरह से परिभाषित करते हैं कि चू शी लोहे को इस प्रकार आकर्षित करता है जैसे एक कोमल मां अपने बच्चों को अपनी छाती से चिपकाती है। दिलचस्प यह है कि फ्रेंच जो पुराने संसार के दूसरे सिरे पर रहते हैं उन्होंने भी चुम्बक को ऐसा ही नाम दिया हुआ है। वे चुम्बक को आइमंत कहते हैं, जिसका अर्थ दोनों चुम्बक व प्यारा है।
प्राकृतिक चुम्बकों की ‘प्यार’ करने की त़ाकत बहुत ही कम होती है और इसलिए चुम्बक का जो यूनानी नाम ‘हर्कुलस स्टोन’ है वह बहुत ही अजीबोगरीब प्रतीत होता है। हर्कुलस तो जबरदस्त ताकत का प्रतीक है। अगर प्राकृतिक चुम्बक की आकर्षण की मामूली ताकत ने प्राचीन यूनानियों को मंत्रमुग्ध कर दिया था, तो आप कल्पना कीजिये कि आयरन व स्टील प्लांट्स में जो आधुनिक चुम्बक प्रयोग किये जाते हैं उन्हें देखकर उनका क्या हाल होता? आधुनिक चुम्बक तो कई टन का विशाल बोझ उठाने की क्षमता रखते हैं। आधुनिक चुम्बक प्राकृतिक चुम्बक नहीं होते हैं बल्कि इलेक्ट्रोमैगनेट्स होते हैं। लोहे के बहुत बड़े टुकड़े पर बिजली का तार लपेट देते हैं और जब इस तार में इलेक्ट्रिक करंट पास किया जाता है तो लोहा चुम्बक बन जाता है। इसे ही इलेक्ट्रोमैगनेट कहते हैं।
बहरहाल, चुम्बक चाहे प्राकृतिक हो या आधुनिक इलेक्ट्रोमैगनेट, दोनों एक ही किस्म का गुण प्रदर्शित करते हैं- आकर्षण या चुम्बिकीयपन।
क्या चुम्बक केवल लोहे को ही आकर्षित करता है और किसी अन्य चीज़ को नहीं? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो गलत सोचते हैं। कुछ अन्य धातुएं भी हैं जिन्हें एक शक्तिशाली चुम्बक आकर्षित कर सकता है, लेकिन लोहे जितना नहीं। जिन अन्य धातुओं को भी चुंबक खींचता है, वे हैं- निकल, कोबाल्ट, मैंगनीज, एल्युमीनियम, सोना, चांदी और प्लैटिनम।
कुछ अन्य धातु जिन्हें डायामैग्नेटिक बॉडीज कहते हैं, उनके गुण अधिक उल्लेखनीय हैं। जिंक, लेड,सल्फर और बिस्मथ ऐसी धातुएं हैं जो शक्तिशाली चुम्बक से रिपेल (दूर भागना) होती हैं। एक दिलचस्प सवाल यह है कि क्या चुम्बक लिक्विड व गैस को भी आकर्षित या रिपेल कर सकता है? आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि ऐसा होना मुमकिन है, बशर्ते कि चुम्बक अति शक्तिशाली हो, तभी कोई प्रभाव पड़ सकता है। मसलन, चुम्बक शुद्ध ऑक्सीजन को भी आकर्षित कर सकता है। आप एक सोप बबल में ऑक्सीजन भर लीजिये और उसे शक्तिशाली इलेक्ट्रोमैगनेट के छेदों के बीच में रख दीजिये। आप देखेंगे कि उसके अदृश्य चुम्बकीय बल दोनों पोल्स के बीच सोप बबल को फैला देंगे। यह आप खुद अच्छी तरह से देख सकोगे। दो शक्तिशाली चुम्बक लो। उनके पोल्स के बीच में जलती हुई मोमबत्ती रख दो। मोमबत्ती की लौ अपनी सामान्य दिशा से अलग दिशा में हो जायेगी और साफतौर पर चुम्बकीय शक्ति के प्रति संवेदनशीलता प्रदर्शित करेगी। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर